Ideas of India Summit 2023 Highlights: MCD सदन में हुई मारपीट पर सीएम केजरीवाल बोले, 'लड़ते क्यों हैं, मिलकर काम क्यों नहीं कर सकते'
Ideas of India Summit 2023 Live: एबीपी न्यूज के आइडियाज ऑफ इंडिया समिट का दूसरा एडिशन मुंबई में चल रहा है. इसमें लिज ट्रस, भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल जैसी नामी हस्तियों ने अपने विचार रखे.
भारतीय महिला स्क्वॉश खिलाड़ी जोशना चिनप्पा ने एबीपी के मंच से कहा कि उन्हें भी चक दे इंडिया मूवी बेहद पसंद है. इसके साथ ही मैरीकॉम मूवी भी उनकी पसंदीदा मूवीज में से एक है. विनेश फोगाट ने भी अपनी फेवरेट मूवी के बारे में बताया उन्होंने कहा कि चेक दे इंडिया और उसके बाद मैरीकॉम उनकी पसंदीदा मूवी है.
एबीपी के मंच पर महिला खिलाड़ियों नें अपने फेवरेट खेल से लेकर मूवी के बारे में भी बताया. हॉकी खिलाड़ी सुशीला चानू ने कहा कि मेरी पहली पसंदीदा मूवी चक दे इंडिया है. इस मूवी को कितने बार भी देख लूं मन नहीं भरता है. इसे देख बहुत इमोशनल हो जाती हूं. इसके अलावा मुझे दंगल मूवी भी पसंद है.
एबीपी के मंच पर मौजूद मशहूर खिलाड़ियों ने अपने फेवरेट स्पोर्ट के बारे में भी बताया. रेसलर विनेश फोगाट ने कहा कि रेसलिंग मेरा पहला प्यार नहीं था फैमिली फोर्स से इसमें दाखिल हुई. उन्होंने कहा कि वो बचपन से टेनिस खेलना चाहती थी और मैं सानिया मिर्जा की बहुत बड़ी फैन हूं. बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा कि उन्हें भी टेनिस पसंद था. पूर्व एथलीट अश्विनी नचप्पा ने हॉकी को अपना पहला प्यार बताया. वह कहती हैं कि अब उन्हें गोल्फ खेलना पसंद है.
पूर्व एथलीट अभिनेत्री अश्विनी नचप्पा ने एबीपी के मंच से कहा कि मैं बहुत ही औसत परिवार से आती हूं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता ही अकेले कमाने वाले थे. मुझे याद है कि मेरी मां 2-3 किलोमीटर पैदल चलती थी. वो हमें ट्रेनिंग के दौरान लंच देने के लिए स्कूल से लाने के लिए कठिन मेहनत करती थी, इसलिए हम आज जहां है उस स्तर पर हमें हमारी फैमिली ने पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि एक स्तर पर आकर बस ये मायने रखता है कि हमारे साथ सही और वाजिब व्यवहार हो. उन्होंने कहा कि मैं लकी हूं कि मैं मुंहफट हूं और मेरे सामने फेडरेशन के किसी सदस्य को बोलने की हिम्मत नहीं होती थी फिर चाहे वो कोई भी रहा हो.
पूर्व एथलीट और कन्नड़ भारतीय फिल्म अभिनेत्री अश्विनी नचप्पा ने भी एबीपी के Ideas of India Summit में अपनी राय रखी. सेक्सुएल मिसकंडक्ट और खेलों में लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव को लेकर उन्होंने कहा कि 80 के दशक की आज के खेल परिदृश्य से तुलना करें तो आज अधिक महिलाएं केवल खेल में ही नहीं, बल्कि खेल बोर्ड में हैं. वो गलत के खिलाफ बोलने के लिए आगे आती है. यंग जेनरेशन सेक्सुएल मिसकंडक्ट को लेकर आगे आ रही है. मीडिया में इसे पूरा जगह मिलती है, लेकिन हमारे दौर की ये केस अनसुने रह जाते थे. उन्होंने कहा कि बीते 6 से 8 दशकों में खेल बड़े लोगों और राजनीति से कंट्रोल हो रहा है. इन हालातों में बदलाव लाने के लिए बड़ी कोशिशों की जरूरत है. हम से अधिकतर यहां अपनी फैमिली के सपोर्ट से हैं, न कि किसी खास शख्स और फेडरेशन की वजह से.
बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा कि अगर सब-कुछ अच्छा चल रहा होगा तो कोई क्यों नाहक लड़ाई लडे़गा. उन्होंने कहा कि 8 से 10 घंटे आप फिजिकली मेहनत कर रहे होते हैं खेल के लिए कि आपके पास दूसरी किसी चीज को करने के लिए एनर्जी नहीं बचती है. उन्होंने कहा, लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम एक पितृसत्तात्मक समाज में रहते हैं. विनेश के आवाज उठाने को लेकर उनका कहना था कि बोलना चाहिए ये सही भी है. हमें इस वक्त ऐसी मजबूत जगह पर हैं कि हमारी बात सुनी जाएगी. हमारी आने वाली पीढ़ी को ये नहीं सहना होगा. हम उनके लिए ये कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर में अपनी बेटी को खेल के क्षेत्र में डालना चाहूं तो मुझे खौफ नहीं होगा.
एबीपी के मंच पर फाइट लाइक ए वुमन सत्र में बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा कि एक एथलीट होने के नाते आप सब सहमत होंगे कि हम केवल खेलना चाहते हैं. सब-कुछ अच्छा हो तो कभी लगता है कि हम जो डिजर्व करते हैं उसे कम भी मिले तो ठीक है, लेकिन जब आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है, आपको टागरेट किया जाता है तो आपको जरूर इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं ये उम्मीद नहीं कर सकती कोई एथलीट आएगा और मेरे पक्ष में बोलेगा.
बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने भी एबीपी के मंच पर अपने विचार रखें. उन्होंने कहा कि मुझे ये देख के काफी अच्छा लगा कि विनेश के साथ सारे रेसलर हैं, लेकिन मेरे केस में मैं पूरी तरह से अकेली थी. मुझे घर बुलाकर धमकाया गया था. मेरे पास अदालत में जाने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा था.
विनेश फोगाट ने एबीपी के मंच से कहा कि हमने एजुकेशन से ज्यादा रेसलिंग पर ध्यान दिया. आवाज उठाने से पहले रेसलिंग छीन जाएगी ये डर बहुत बड़ा था, क्योंकि हम इतने सामान्य परिवार से आते हैं कि रेसलिंग से ही हमारा परिवार का नाम हुआ है और जीने के लिए जो अच्छी सुविधाएं होती हैं इसी से मिली हैं. अगर वो रेसलिंग खत्म हो जाएगी उस चीज ने सेक्सुएल मिसकंडक्ट पर आवाज उठाने से बहुत रोका, लेकिन एक डर होता है और मैं बोलती हूं कि उसकी भी हद होती है और उस डर की हद से हम गुजर चुके थे. हमने बहुत टॉर्चर सहा है और मैंने तो निजी तौर पर बहुत सहा है, क्योंकि जब भी गलत होता तो मैं बोल देती हूं. उन्होंने कहा कि इस बोलने का खामियाजा उन्हें 4-5 साल तक भुगतना पड़ा.
खेल के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करने वाली अश्विनी नचप्पा, ज्वाला गुट्टा, जोशना चिनप्पा, सुशीला चानू, विनेश फोगाट भी एबीपी के मंच पर पहुंची. इस दौरान रेसलर विनेश फोगाट ने कहा कि यौन उत्पीड़न पर आवाज उठाने में काफी वक्त लग गया. उनका कहना था कि मैं बहुत ऑउट स्पोकन हूं, कोई भी गलत करें तो मैं बोल देती हूं, फिर चाहे वो परिवार में हो या बाहर. WFI के मसले पर उन्होंने कहा कि जिनके खिलाफ हम खड़े हुए वो पावरफुल और पैसे वाले हैं. राजनीति में एक पार्टी में उनका बहुत बड़ा ओहदा है.
Ideas of India Summit 2023 में लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की एकजुटता को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विपक्ष के एकजुट होने से कुछ नहीं होगा, जनता को होना होगा. जनता समझ रही है. जनता बदवाल लाएगी.
आम आदमी पार्टी के सफर के बारे में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं आपको वो दिलचस्प वाकया बताता हूं कि मनीष सिसोदिया से पहली मुलाकात कैसे हुई. 29 दिसंबर 1999 को मैं इंनकम टैक्स में काम करता था और भ्रष्टाचार को देखकर पीड़ा होती थी, उस वक्त में सरकार में था और सामने से काम नहीं कर सकता था तो मैंने परिवर्तन एनजीओ बनाई. इसी की वेबसाइट को लेकर मनीष से मुलाकात हुई थी. इसे मेरे दोस्त चलाते थे. हमने विभाग में रिश्ववत मांगने वालों के खिलाफ मुहिम चलाई.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एबीपी के मंच से ये भी कहा कि अगर किसी देश का राजा गरीबों के बच्चों को शिक्षा देने वाले को तो जेल में डाल देगा और चंद दो-चार दोस्तों को पूरा देश सुपुर्द कर देगा तो वो देश कैसे तरक्की करेगा.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के घर, बैंक अकाउंट, लॉकर दफ्तर, गांव में रेड मार ली, लेकिन कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया वो शख्स है जिसने आजादी के 75 साल बाद गरीबों को भी उम्मीद दी है कि उनके बच्चों का भी अच्छा भविष्य हो सकता है. आज दिल्ली के अंदर गरीबों के बच्चे डॉक्टर बने हैं, इंजीनियर बन रहे हैं, वकील बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने बहुत बड़ी उम्मीद दी है. ऐसे शख्स को झूठे केस में फंसाकर जेल में डाल दोगे तो देश कैसे तरक्की करेगा.
सीएम केजरीवाल ने एबीपी के मंच से एमसीडी के मुद्दे को लेकर कहा कि 15 साल इन लोगों ने राज किया. उन्होंने कहा कि हालात यहां वो गए हैं जैसे अमेरिका में ट्रंप साहब चुनाव हार गए थे. व्हाइट हाउस को घेर लिया कि मैं चुनाव नहीं मानता, बड़ी मुश्किल से उनको निकालना पड़ा. वो ही हालात इन्होंने कर रखें हैं. कुर्सी छोड़ना ही नहीं चाहते. उन्होंने कहा जनतंत्र के अंदर ये गुंडागर्दी अच्छी नहीं है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि आपको 15 साल मौका दिया. आपने अच्छा काम किया या बुरा ये जनता तय करेगी. जनता ने बदलाव किया हमें मौका दिया. आप हमें काम करने दो अड़चन क्यों डाल रहे हैं.
एपीबी के मंच से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब-जब एलजी उनके कामों में अड़चन डालते हैं तो वो सोचते हैं कि लोग आखिर लड़ते क्यों है. हम सब लोग मिलकर काम क्यों नहीं कर सकते हैं. लड़ने से तो दिल्ली भी आगे नहीं बढ़ सकती और न ही देश. इस दौरान उन्होंने कहा कि ढाई महीने इन लोगों ने मेयर का चुनाव नहीं कराया. उन्होंने कहा कि डिप्टी मेयर तो हमारा होना ही चाहिए और स्टैंडिंग कमेटी हमारी होनी ही है ये जायज है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एबीपी के मंच पर कहा कि मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. हमें सूत्रों ने बताया है कि सिसोदिया को रविवार को गिरफ्तार किया जाएगा.
Ideas of India Summit 2023 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहुंचें हैं. इस दौरान एमसीडी सदन में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान हुई मारपीट पर केजरीवाल ने कहा कि हमें समझ नहीं आता है कि लड़ते क्यों हैं, मिलकर काम क्यों नहीं कर सकते हैं.
सारा ने अपनी मां-पिता और दादी की एक्टिंग लेगेसी को लेकर कहा कि मैं नहीं सोचती की दबाव सही शब्द है. उन्होंने कहा कि मैं इस बात की जानकारी रखती हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि दबाव में आकर कुछ सकारात्मक हो सकता है.
सारा अली खान ने एक स्टार किड होने के नाते पहली फिल्म आसानी से मिल जाने पर कहा कि ये हुआ है, लेकिन में इसके लिए माफी नहीं मांगूंगी. इसमें मेरी गलती नहीं है, क्योंकि मैंने ये बात चुनी नहीं है.
सारा अली खान ने एबीपी के मंच पर अपने स्टार किड होने और उससे मिले फायदे को लेकर कहा कि जो चीजें हम कंट्रोल नहीं कर सकते हैं उसके बारे में ज्यादा चर्चा करना, ज्यादा गौर करना बिल्कुल फायदेमंद नहीं है. उन्होंने कहा कि वो बदल नहीं सकती कि उनके पैरेंट्स कौन है. वो कहती है कि मैं गर्व से कह सकती हूं कि मैं सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी हूं, लेकिन मेरी कोशिश यही रहेगी कि मैं अपना अस्तित्व खुद बना सकूं और मैं ये करना चाहती हूं, लेकिन इसके साथ ही मैं अपने नाम से भाग नहीं सकती.
एबीपी के मंच पर अभिनेत्री सारा अली खान ने अपने दिल की बात खुल के कही. उन्होंने कहा कि वो इतिहास की पढ़ाई करते-करते बॉलीवुड में हिस्ट्री बनाने आ गई और आगे भी उनकी कोशिश यही रहेगी.
Ideas of India Summit में अभिनेत्री सारा अली खान पहुंचीं हैं. उन्होंने कहा कि मैं फिल्म में अचानक आई. लेकिन कभी कभी लगता है कि हमेशा से मैं यही चाहती थी. पढ़ाई में काफी रुचि रही. कोलंबिया में काफी घुल मिल गई थी. एक्टिंग का कीड़ा कभी मरा नहीं.
सारा अली खान ने एबीपी के मंच से कहा कि मुझे पढ़ाई-लिखाई का खासा शौक था, लेकिन एक्टिंग का कीड़ा भी उनके अंदर हमेशा जिंदा रहा.
अभिनेता आयुष्मान खुराना ने कहा कि वो एक अच्छे एक्टर है, क्योंकि एक्टिंग सिंगिग से आसान है. उन्होंने कहा कि एक्टिंग की कोई परिभाषा कोई रूल नहीं है, जबकि संगीत के रूल सात सुरों में हैं.
एबीपी के मंच पर अभिनेता आयुष्मान खुराना ने अपने संगीत के लगाव के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि वो फिल्में देखे बगैर तो रह सकते हैं, लेकिन संगीत के बगैर नहीं रह सकते हैं. जब-तक में कोई नया सिंगर या गाना न खोज लूं तो मुझे चैन नहीं पड़ता. मैं फिल्मों के बगैर रह सकता हूं, लेकिन संगीत के बगैर नहीं रह सकता हूं.
बॉलीवुड में बहुत हैंडसम हीरोज को लेकर उनका कहना था कि मैं मानता हूं कि मैं खुद में बेहद खूबसूरत हूं. उन्होंने कहा कि शाहरूख खान एक इंस्पिरेशन हैं. इस दौरान उन्होंने "वो मेरे दिल के लिफाफे में तेरा खत है जाणिया...नाचीज ने कैसे पा ली जन्नत ये जाणिया..सुनाकर वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया.
विक्की डोनर की कामयाबी को लेकर अभिनेता आयुष्मान खुराना ने कहा कि ये फिल्म नेशनल अवार्ड विनर रही, लेकिन ये नहीं पता था कि इसके साथ ही बड़ी कमर्शियल कामयाबी भी मिलेगी. यही बोनस था. उन्होंने कहा कि फिल्म को क्रिटिकल रिव्यू मिलेगा ये तो मुझे पता था. ये भी पता था इज्जत मिलेगी, शोहरत मिलेगी, लेकिन इतनी बड़ी हिट रहेगी ये नहीं पता था. मैं सोचता हूं कि कभी -कभी ऑडियंस हमें सरप्राइज करती है.
अभिनेता आयुष्मान खुराना ने कहा कि बड़े पर्दे पर बिल्कुल अलग तरह का रोल करने में मुझे खौफ नहीं था, क्योंकि मुझे पता था कि ऑउट साइडर के साथ ऐसा होता है कि पहला चांस मिल गया तो उस पर मार दो हथौड़ा, दूसरा चांस मुझे नहीं मिलना था. उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि अगर पहली फिल्म नहीं चली तो दूसरा चांस कभी नहीं मिलेगा.
अभिनेता आयुष्मान खुराना ने एबीपी के मंच पर कहा कि एक दौर होता है जब दर्शक कुछ अलग देखने के लिए बेताब होते हैं. उन्होंने कहा कि ये दिखाना जरूरी नहीं कि समाज में क्या हो रहा है ये दिखाया जा सकता है कि समाज कैसा बन सकता है.
अभिनेता आयुष्मान खुराना ने एबीपी के मंच पर चेंजिग बॉलीवुड वन फिल्म एट ए टाइम पर अपने विचार शेयर किए. उन्होंने कहा रेडियो किया, टेलिविजन किया जब टेलिविजन किया तो बहुत से स्टार का इंटरव्यू किया, उनकी जर्नी देखी, उनकी जिंदगी का उतार-चढ़ाव देखा. उन्होंने बताया कि विक्की डोनर से पहले 5-6 फिल्मों को खुद मना किया ऐसा कोई करता नहीं है. मुझे ये पता था कि में परंपरागत टाइप एक्टर नहीं हूं मुझे कुछ अलग करना है. विक्की डोनर से जर्नी शुरू हुई और फिर दम लगा के हईशा से आगे चलती रही.
'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' के मंच पर अभिनेता आयुष्मान भी पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि यूनिवर्स मेरे लिए बहुत काइंड रहा. उन्होंने बताया कि पहले उन्होंने शुरुआत एक पत्रकार के तौर पर की थी.
ऋृषि सिंह ने एबीपी मंच पर शूट पर ए आर रहमान के वाले अनुभव को साझा किया. उन्होंने कहा कि एक्साइटमेंट ये थी कि रहमान सर के बांसुरीवादक हमारे साथ रिहर्सल पर आए थे. हम कंटेस्टेंट के गानों पर रहमान सर के जो रिएक्शन आ रहे थे उसे देखकर लगा कि हमारा उनके सामने गाने का ड्रीम पूरा हुआ. कैसे मुझे तुम मिल गई भी, किस्मत पर आए न यकीं भी गुनगुनाया.
वोकलिस्ट ऋृषि सिंह ने इस दौरान कहा कि जब वो बड़े-बड़े सिंगर के गाने उनके सामने गाते हैं तो बहुत नर्वस होते हैं. वह कहते हैं कि मुझे लगता है कि मुझे उनके गाने जस्टिफाई करने होंगे और मेरी जवाबदेही और बढ़ जाती है. इसके साथ ही मैं ये देखने के लिए बेताब रहता हूं कि उनका रिएक्शन क्या होगा.
इंडियन आइडल 13 के कंटेस्टेंट ऋृषि सिंह भी 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' के मंच पर पहुंचे. इस दौरान ऋृषि सिंह ने वहां मौजूद लोगों से एआर रहमान के सम्मान में खड़े होने का अनुरोध किया. उन्होंने शिल्पा राव को उनके मैसेज के लिए थैक्यू कहा. उन्होंने कहा कि मैं पहले बहुत डरता था बड़े मंचों पर परफॉर्म करने से. उन्होंने कहा कि जब लोग मेरी सराहना करते हैं तो अच्छा लगता है.
एबीपी के मंच पर शिल्पा राव ने कहा कि ये गाना इसलिए रिकॉर्ड बना रहा है कि एक तो जब भी हम साथ मिलते हैं नई चीज करने की कोशिश करते हैं. वो नई चीज करने की कोशिश बगैर किसी खौफ के होती है तो बहुत अच्छा कुछ बन पड़ता है. यहीं वजह रही कि पठान मूवी के सांग बेशर्म रंग ने लोगों का ध्यान खींचा. इस दौरान उन्होंने आज जाने की जिद न करो...गाना गुनगुनाकर वहां मौजूद लोगों को अपनी आवाज का कायल कर दिया.
बेशर्म रंग के रिकॉर्ड बनाने के लेकर गाने की प्ले बैक सिंगर शिल्पा राव ने कहा कि इसके पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है. इसके पीछे 3 नाम हैं सिद्धार्थ आनंद, शेखर और विशाल हैं. ये इनके साथ मेरी 5 वीं फिल्म है. जब भी हम साथ में काम करते हैं तो हमारा मकसद गाने को हिट करने यूट्यबू पर व्यू बटोरने की जगह हमेशा एक अच्छा गाना बनाना होता है. हम अच्छा गाना बनाने पर फोकस करते हैं. इस दौरान उन्होंने गीत भी गुनगुनाया.
एबीपी के मंच पर पठान मूवी के मशहूर गाने बेशर्म रंग की सिंगर शिल्पा राव भी पहुंची. उन्होंने अपने विचार साझा किए.
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि ड्रोन्स का हथियारों का आना पहले से भी था. अब भी है, लेकिन पंजाब की पुलिस सक्षम है और बीएसएफ के साथ हम तालमेल में चलते हैं, गैंगस्टर और ड्रग्स पकड़ी जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि पंजाब तरक्की कर रहा है तो करने दीजिए.
एबीपी के मंच पर सीएम भगवंत मान सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर कंट्रोल में है. जो हम स्कूल ऑफ एमिनियंस खोल रहे हैं, आम आदमी क्लिनिक खोल रहे हैं, बिजली फ्री कर दी है. उनका कहना था कि ये भी खबरें हैं पंजाब को लेकर जहां तक अमृतपाल सिंह वाला मसले की बात है ये पूरे पंजाब में नहीं है.
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों के लालच और स्वार्थ की वजह से जो इंडस्ट्री सूबे से वापस चली गई थी वो अब वापस लौट रही हैं. उन्होंने कहा कि हमारा इंवेस्टमेंट समिट आज ही खत्म हुआ है. उसमें ऐसी कंपनियां आ रही है जो कह रही हैं कि दिल्ली के बाद भी देश हैं हमें अब पता चला. हम इंडस्ट्री के लिए डोर टू डोर गए. हम मुंबई गए चेन्नई गए.
'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि 10 साल पहले भी गोलियां चलीं, लेकिन पंजाब का भाईचारा खत्म नहीं हुआ. पंजाबी लोग मेहनती हैं और ग्लोबल सिटीजन हैं. 3 करोड़ की पंजाबी आबादी रोजगार,अमन-चैन, शांति चाहती है.
पंजाब के CM भगवंत मान ने Ideas of India Summit 2023 में कहा कि पंजाब सीमावर्ती इलाका है. 531 किलोमीटर पाकिस्तान से मिलता है. एंटी सोशल एलिमेंट यहां कुछ कुछ करते रहते हैं. ऐसा बिल्कुल नहीं है कि खालिस्तान फिर से पैर पसार रहा है. पंजाब में सोशल बॉन्डिंग काफी है. यहां नफरत की उपज नहीं हो सकती है. यहां भाईचारा खत्म नहीं हुआ है. पंजाब के लोग अमन और शांति चाहते हैं.
'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' में पंजाब के सीएम भगवंत मान अपने विचार साझा करने पहुंचे.
जावेद अख्तर ने कहा अपने मुल्क से प्यार करना स्वाभाविक है. मैं जिस कॉलेज में पढ़ा, जिस शहर में रहा उससे मुझे प्यार है. अगर किसी को अपने मुल्क से प्यार है तो सब ठीक है, लेकिन अगर किसी को प्यार नहीं है तो फिर ये गड़बड़ है. उन्होंने कहा कि वो असामान्य आदमी होगा जो जिस मुल्क में पैदा हुआ अगर उसे उस मुल्क से प्यार न हो तो.
गीतकार जावेद अख्तर ने एबीपी के मंच से कहा कि पाकिस्तान का बनना गलत और अतार्किक था. धर्म से कोई देश नहीं बनता और न ही ये कोई लोगों को जोड़ने वाला ग्लू या गम है. अगर ऐसा होता मीडिल ईस्ट, यूरोप सब एक देश होते है, लेकिन हमने इससे क्या सीखा. जो उन्होंने 70 साल पहले किया वो हम आज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं. जिन्होंने धर्म के आधार पर देश बनाए उन्हें देख लीजिए.
जावेद अख्तर ने कहा कि अगर एक किताब लिखी जाए कि 10 ब्लंडर देट ह्यूमन बिंइंग कमिटेट में उसमे फॉरमेशन ऑफ पाकिस्तान भी शामिल होगा.
पाकिस्तान से वापस लौटने के बाद का वाकया बताते हुए गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि मुझे ऐसे लगा जैसे थर्ड वर्ल्ड वॉर झेल कर आया हूं. इसके बाद मैंने फोन लेने बंद कर दिए. उन्होंने कहा कि इतनी बात तो पाकिस्तान में कहनी ही थी. चुप रहें क्या? वहां भी लोगों ने कहा कि इनको वीजा क्यों दिया. अब तो मैं याद ही करूंगा कि कैसी जगह थी वो. जब हम यहां ये बात कहते हैं तो दो दिन वहां जाकर ये साफ बात कहने से मैं क्यों डरता.
जावेद अख्तर ने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम Ideas of India Summit 2023 में कहा कि किताब लिखी जाए कि मानव ने बलंडर कौन कौन से किए हैं, तो उसमें पाकिस्तान का बनना भी आएगा. इसका कोई लॉजिक नहीं था, तर्क नहीं था.
मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि जब उनसे ये पूछा गया कि आप लोग हमें दोस्त नहीं समझते. इसके बाद उन्हें मैंने कहा कि हिन्दोस्तान ने पाकिस्तानी कलाकारों का पूरा सम्मान किया, लेकिन मुंबई पर जो हमला हुआ वो लोग नॉर्वे से तो नहीं आए थे. इस पर हिन्दोस्तान की इतनी नाराजगी तो बनती है. इसके बाद तो मुझे इतने फोन आए कि मुझे फोन बंद करना पड़ा.
पाकिस्तान के हालिया दौरे पर गए मशहूर गीतकार, शायर जावेद अख्तर ने वहां का वाकया एबीपी के मंच पर साझा किया. उन्होंने बताया कि एक पाकिस्तानी महिला ने ये कहा कि हम लोग तो आप लोगों को प्यार करते हैं, लेकिन आप हमें आतंकी समझते हैं. तब उन्होंने उसे बहुत शालीन लहजे में कहा कि थोड़ा की आप अपना सवाल सही कर लीजिए. हमारे मुल्क में मेहंदी हसन आए, नुसरत फतेह अली खान आए, फैज आए. हमने पूरा सम्मान इज्जत दी. हमारी तरफ से ऐसा नहीं है.
मशहूर गीतकार और कवि जावेद अख्तर ने अपनी हालिय पाकिस्तान दौरे के अनुभव एबीपी के मंच पर साझा किए. उन्होंने कहा कि 2018 के बाद वो वहां गए थे और फैज फेस्टिवल में उनका बहुत शानदार स्वागत किया गया.
मनोज बाजपेयी ने कहा कि एक कलाकार के तौर पर, एक नागरिक के तौर पर, एक गांव के आदमी के तौर पर मैं जो देख रहा हूं कि ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में हिन्दोस्तान में आज कोई भी शख्स, लड़का सपना देख सकता है उसे छू सकता है उसे पा सकता है. मेरे दौर में जब मैंने बेलवा से दो दिन यात्रा शुरू की थी तब सपना देखना भी बड़ा मुश्किल था.
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा कि गुलमोहर मेरी एक नई फिल्म है, लेकिन ये अन्य पारिवारिक फिल्मों से अलग है. ये एक बंगले के इर्द-गिर्द घूमती है. इसमें दिखाया गया है कि जब एक बंगला टूटता है तो उन पर रहने वालों पर क्या असर पड़ता है. शर्मिला टैगोर जी भी इसमें हैं.
मनोज बाजपेयी ने एबीपी के मंच पर कहा कि मेरी सफलता और दूसरों की सफलता में बहुत अंतर है. इसको समझना होगा. ये कोई यूफोरिया नहीं है. कोई एक्साइटमेंट नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर मैं अपने घर के आगे जाकर हाथ हिलाऊंगा तो कहेंगे कि पागल हो गया है, लेकिन जब में उनके बीच जाकर बैठता हूं तो मुझे तारीफ मिलती है.
एबीपी नेटवर्क के खास कार्यक्रम Ideas of India 2023 के कार्यक्रम में अभिनेता मनोज बाजपेयी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी सुनाई.
खान सर ने एबीपी के मंच से कहा कि उनका मकसद हर तबके के छात्र को शिक्षा देना है. हर कोई शिक्षा पाए फिर चाहे वो किसी भी ब्रैकग्राउंड से आए.
खान सर ने कहा कि कामयाब होते ही लोग अंग्रेजी का अधिक इस्तेमाल करने लगते हैं. इसलिए लोगों को लगता है कि ये कुछ अलग है, लेकिन शिक्षा में भाषा कभी बाधा नहीं बननी चाहिए.
एक मजदूर को भी क्वांटम फिजिक्स समझ में आने का सपना लेकर चलने वाले खान सर ने कहा कि अंग्रेजी मीडियम से हिंदी मीडियम में आना मेरा शानदार फैसला रहा. उन्होंने कहा कि अगर मैं ऐसा नहीं करता तो शायद कुछ नहीं कर पाता.
आईडियाज ऑफ इंडिया के मंच पर खान सर ने कहा कि हम लोगों को ऐसे पढ़ाना होता है कि वो एग्जाम पास कर पाए. हमें उस एग्जाम के प्वाइंट ऑप व्यू तक पहुंचने तक खासा टाइम लग जाता है. गांव से पढ़कर आने वाले बच्चों को समझाना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है. फ्रेंड की तरह बच्चे को पढ़ाई समझाना जरूरी होता है.
खान सर ने एबीपी के मंच से कहा कि पढ़ाई को इतना दिलचस्प बना दें कि लोग उससे हटना ही नहीं चाहें.
चेतन भगत के साथ आईडियाज ऑफ इंडिया के मंच पर खान सर ने बिहार के पिछड़ेपन के कारण बताए. उन्होंने बताया कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है.
फैसले लेने को लेकर अवध ओझा ने कहा कि हमारा मन द्वंद में रहता है. दुनिया में 95 फीसदी लोग कंफर्म करना चाहते हैं. हर चीज कंफर्म करना चाहते हैं. इसके लिए वो सबसे बात करते हैं और वो परेशान रहते हैं. फैसला लेना के लिए रिस्क लेना पड़ेगा. फैसले लेने लेकर मां-बाप से बेहतर राय कौन दे सकता है.
अवध ओझा ने कहा कि जिसका भी मन अपने काबू में हो तो सब संभव है. उन्होंने कहा कि जो भी आप करते हों उसमें जुनूनी हो तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता, फिर चाहे वो प्यार हो या पढ़ाई.
अवध ओझा ने कहा हिंदी और अंग्रेजी भाषा को लेकर कहा है कि हिंदी को लेकर बायसनेस नहीं है. अभी हमारे यूनियन मिनिस्टर ने पूरा प्रेजेंटेशन हिंदी में दिया. लैंग्वेज के साथ ऐसा नहीं है. एजुकेशन पैटर्न ऐसा रहा है. मैंने कई हिंदी मीडियम स्टूडेंट को देखा उन्हें पता ही नहीं है पढ़ना क्यों है?
एबीपी आईडियाज ऑफ इंडिया समिट के क्रेश कोर्स सेशन में अवध ओझा ने कहा कि यूपीएससी के लिए स्टडी का स्ट्रांग बैकग्राउंड होना चाहिए. हम तो केवल फिनिशिंग करते हैं.
अवध ओझा यानी कोचिंग की दुनिया के ओझा सर. एबीपी आईडियाज ऑफ इंडिया समिट में अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि बीए को तो बर्बाद ही मान लिया जाता है.
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टेलीकॉम सेक्टर में काम करना बहुत मुश्किल रहा. इसमें केसों की लंबी फेहरिस्त थी. वहीं आईटी बेस्ट रहा तो रेलवे में बहुत मेहनत का काम है.
रेलमंत्री ने कहा कि हमें अभी 800 करोड़ से अधिक पैसेंजर लेने हैं. ट्रांसपोर्ट इकोनॉमी के हिसाब से देखें तो 250 किलोमीटर तक रोड बेहतर हैं. 250 से 1000 किलोमीटर तक रेलवे बेस्ट है.
रेलमंत्री ने अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे में तो बहुत साफ है पीएम को सब पता रहता है. वो बहुत आगे की सोच रखते हैं. वो हर कदम पर गाईड करते हैं. इकोनॉमी को ट्रांसफोर्म करने के लिए रेलवे को ट्रांसफोर्म करना जरूरी है.
रेलमंत्री ने अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत आने वाले 3 साल के अंदर रेलवे तकनीक को निर्यात करने वाला निर्यायत बनने जा रहा है. आज तक हम आयात करते थे. माइंडसेट चेंज होने का ये नतीजा है.
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम मोदी विकास भी और विरासत पर यकीन करते हैं. 50 रेलवे स्टेशन का प्रेजेंटेशन ढाई घंटे पीएम ने देखा और उन्होंने कहा ये ठीक नहीं है. उन्होंने मुझे शाम में फोन किया कि ये अभी के लिए ठीक है, लेकिन इसे 50 साल आगे की सोच कर बनाओं.
रेलमंत्री ने आने वाले वक्त में अहमदाबाद रेलवे स्टेशन और दिल्ली रेलवे स्टेशन कैसे दिखाई देंगे इस बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि 50 स्टोरी की बिल्डिंग बनाने से रेलवे स्टेशन बनाना बहुत अलग है.
रेलमंत्री ने कहा ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को स्लाइड पर दिखाते हुए कहा कि ये पूरी तरह से ट्रांसफोर्म है. हमने इससे बहुत कुछ सीखा है.
रेलमंत्री ने भारत में आने वाले वक्त में आधुनिक रेलवे स्टेशन कैसे होंगे इसके बारे में बताया. उन्होंने कहा कि हम दुनिया में क्या सबसे बेहतर है उस तरफ देखने के बाद उससे भी बेहतरीन करने की कोशिश करते हैं.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एबीपी के खास कार्यक्रम Ideas of India Summit में रेलवे का प्रजेंटेशन दिया. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के दौरान बनाए गए रेलवे स्टेशनों के बारे में बताया. साथ ही आगे का प्लान भी साझा किया.
आईएमएफ के पूर्व कार्यकारी निदेशक सुरजीत सिंह भल्ला ने कहा कि बीते कुछ साल से चीन ग्लोबल इकॉनोमी के लिए थ्रेट बना हुआ था, लेकिन अब धीरे-धीरे इसमें कमी आ रही है.
भारत प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहा. खासकर इंफ्रास्ट्रक्टर और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में. ये दोनों कार्बन इंटेसिव हैं.
इस वक्त भू राजनीतिक परिदृश्य काफी उलझा हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि भारत को कृषि क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन को देखते हुए कदम उठाने होंगे, क्योंकि फूड अहम मुद्दा है.
अगले साल ग्रोथ के 6 फीसदी रहने की उम्मीद है इसके पीछे तीन वजहे हैं. पहला ग्लोबल इकॉनोमी स्लो हो रही है और ये अधिकतर एडवांस कंट्रीज में देखने को मिलेगी जैसे यूएस और यूरोप में.
शंकर अय्यर के साथ आईएमएफ के पूर्व कार्यकारी निदेशक सुरजीत सिंह भल्ला और धर्म कीर्ति जोशी चीफ इकॉनोमिस्ट CRISIL ने क्राइसिस इन द ग्लोबल इकॉनोमी पर अपने विचार रखे.
जीनत अमान ने कहा कि मुझे अपने करियर के दौरान ये कभी महसूस नहीं हुआ कि कोई एक्टर मुझसे डरता था, हम लोग सब सेट पर आकर अपना काम हैप्पी वे खुशी-खुशी करके चले जाते थे.
जीनत अमान ने 'सत्यम शिवम सुदंरम' को लेकर कहा कि राजकपूर और मेरा रिश्ता एक डॉयरेक्टर और हिरोइन का था. हमारा कभी भी कोई इंटरपसर्नल रिलेशन नहीं रहा. उन्होंने मुझे कभी सफेद पहनने को नहीं कहा.
ज़ीनत अमान ने कहा कि वह हेमा मालिनी के क्लासिकल डांसिंग स्किल की मुरीद रही हैं. आशा पारेख ने खुलासा किया कि वह वैजयंतीमाला की बहुत बड़ी प्रशंसक थीं, "जब वह सेट पर आईं, तो ऐसा लगा जैसे कोई रानी आ रही हो"
आशा पारेख ने राजेश खन्ना से जुड़ा दिलचस्प किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा, राजेश खन्ना अंतर्मुखी थे, एक कोने में बैठ जाते. हमने 'बहारों के सपने' में साथ काम किया था, सुपरस्टार बनने से पहले उनमें हीन भावना थी, फिर सब कुछ बदल गया.
जीनत अमान ने देवानंद को याद करते हुए कहा कि वह मेरे को-स्टार ही नहीं थे बल्कि उनके मेंटर थे.
दिग्गज अभिनेत्री ज़ीनत अमान ने कहा कि उन्हें अपने फिल्मी सफर में एक से एक महान गाने मिले जिसके लिए वे खुद को भाग्यशाली मानती हैं. "मैं इन गीतों को बड़े शौक से देखती हूं"।
आशा पारेख और जीनत अमान आइडियाज ऑफ इंडिया के मंच पर पहुंची. इस दौरान आशा पारेख ने बताया कि हीरो उनसे डरा करते थे. सेट पर उनसे बात नहीं करते थे.
हमने उपनिवेशवाद को खिड़की के पीछे फेंक दिया और फिर उनके जैसा ही बन गए. आपके लिए कुछ भी नहीं बदलेगा जब तक आपका दिल नहीं बदलेगा.- लकी अली, गायक
लकी अली ने अपना आइडिया ऑफ इंडिया बताते हुए कहा, हम एक बहुत ही सीधे-सादे राष्ट्र हैं, जो बाकी दुनिया से बहुत अलग है. हम मूर्खों के स्वर्ग में रह रहे हैं. हमारे पास सभी प्रौद्योगिकियां हैं जिनकी हमें आवश्यकता है. हमारे पास जनशक्ति है लेकिन आप इसे सही तरीके से एक साथ नहीं रखते हैं. हम बहुत सी चीजें बदल सकते हैं. हम ऐसा नहीं करते हैं क्योंकि हम इसे करने के लिए प्रेरित नहीं होते हैं.
सिंगर लकी अली ने आइडियाज ऑफ इंडिया में अपना सुपर हिट गाना आ भी जा गुनगुनाया.
असफलता का मतलब सब कुछ खत्म होना नहीं है, असफल होने से डरो मत. असफलता सकारात्मक है, यदि आप असफल नहीं हुए हैं, तो आप बड़े नहीं हुए हैं.- लकी अली
बॉलीवुड को लेकर सवाल पर लकी अली ने कहा, वह इस नाम को नहीं मानते. मैं इंडियन सिनेमा को जानता हूं. यह (बॉलीवुड) के झूठा नाम है, जिसे बाहर (पश्चिम) वालों ने दिया है. इसमें गर्व करने के लिए कुछ भी नहीं है.
सुर फिल्म के अपने सुपर डुपर हिट गाने 'आ भी जा' के बारे में बात करते हुए लकी अली ने कहा कि उन्होंने ये गाना बेसुर में गाया था. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सारा श्रेय करीम साहब को जाना चाहिए जिन्होंने मुझे उस गाने के लिए प्रेरित किया.
सिनेमा मेरे लिए वह नहीं कर रहा था जिसकी मुझे जरूरत थी. मुझे लगा कि मैं वास्तव में वहां के लिए नहीं हूं: लकी अली, गायक, गीतकार और अभिनेता
मुंबई को लेकर पूछे गए सवाल पर लकी अली ने कहा ये दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है. मुंबई छोड़कर बेंगलुरु जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुंबई मेरी मातृभूमि है लेकिन ये मेरे बचपन वाला शहर नहीं रहा. सिंगर ने कहा कि अब बेंगलुरु में वे ऑर्गैनिक फार्मिंग करते हैं, जो उन्हें अच्छा लगता है.
लकी अली ने कहा कि उनके पिता कहा करते थे कि अगर कोई चीज चाहिए तो हाथ उठाकर खुदा से मांगो. तुम्हें जरूर मिल जाएगी.
एक्टिंग की जगह म्यूजिक को करियर बनाने पर लकी अली ने कहा कि एक्टिंग मुश्किल चीज नहीं है. हर कोई एक्टिंग कर रहा है लेकिन म्यूजिक स्पेशल है. उन्होंने बताया कि म्यूजिक में नोट्स हैं, सुर है, हर एक चीज खास है.
लकी अली ने बताया कि उनके पिता ने बिजनेस करने के लिए 1 लाख रुपये दिए थे. लकी अली ने बताया कि आधे में उन्होंने कार्पेट खरीद ली. बाकी आधे पैसे उन्होंने यात्रा करने में खर्च कर दिए. लकी अली को बाद में कार्पेट का बिजनेस भी बंद करना पड़ा. उन्होंने कहा कि वह अच्छे बिजनेसमैन नहीं थे.
एबीपी के मंच पर सिंगल लकी अली ने अपने पिता को याद किया. उन्होंने बताया कि वह अपने पिता से बहुत जुड़े हुए थे.
मशहूर सिंगर लकी अली एबीपी के आइडियाज ऑफ इंडिया के मंच पर पहुंचे तो संगीत से दिलों को जोड़ने की कहानी सुनाई.
पश्चिम में एकरूपता है. वह विविधता को नहीं संभाल सकता. भारत में विविधता समाई हुई है और इसलिए यह जटिलता को और अधिक संभाल सकता है: देवदत्त पटनायक
अधिनायकवाद की तरह, लोकतंत्र भी एक विश्वास प्रणाली है. मेरा मानना है कि जब हम सौ लोग साथ होंगे तो चर्चा कर सकते हैं और समाधान निकाल सकते हैं. आप लोकतंत्र को प्रकृति नहीं पाते, यह एक सांस्कृतिक परिघटना है. रोम लोकतंत्र पर आधारित नहीं था. चीनी साम्राज्य लोकतंत्र पर आधारित नहीं था, इस्लाम लोकतंत्र पर आधारित नहीं था, राज मंडल लोकतंत्र पर आधारित नहीं थे.- देवदत्त पटनायक
देवदत्त पटनायक ने कहा, मूर्ख वो है जो व्हाट्सएप फॉरवर्ड पर विश्वास करता है. व्हाट्सएप ज्ञान के तमाम स्रोतों में सिर्फ एक स्रोत है. इसे पूरी तरह नहीं मानना चाहिए.
अलग-अलग सच के बारे में बात करते हुए पटनायक ने कहा, फैक्ट सबका सच होता है और कल्पना किसी का सच नहीं होता है. मिथक किसी का सच होता है. उन्होंने आगे कहा, समानता, न्याय, मानवाधिकार, ये सभी विश्वास सिस्टम हैं. इसलिए वे पौराणिक कथाएं हैं.
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में प्रख्यात लेखक देवदत्त पटनायक ने मिथकों पर चर्चा करते हुए कहा कि विज्ञान और विश्वास, दोनों का सच अलग है. उन्होंने कहा, दुनिया विश्वास से चलती है, विज्ञान से नहीं.
हमारी डेमोग्राफी बहुत युवा है. हम उम्मीद करते हैं कि भारत में कार की खपत में वृद्धि जारी रहेगी. हमारे अनुमान 2022 में वर्तमान 3.8 मिलियन से 2030 तक लगभग 6 मिलियन दिखाते हैं- शशांक श्रीवास्तव
टोटल सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन में मारुति की मात्रा 60% है. यह भारत की एक बड़ी उपलब्धि है. यह भारतीय अर्थव्यवस्था में उछाल को दर्शाता है.- शशांक श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, मारुति सुजुकी इंडिया
मारुति सुजुकी इंडिया के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि 40 सालों के सफर में आज मारुति भारत के 6.5 लाख गांवों में से 4.5 लाख में कम से कम एक कार बेच चुकी है.
मारुति सुजुकी इंडिया के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर शशांक श्रीवास्तव ने कहा, पिछले 40 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में मारुति के योगदान पर गर्व है.
जापान के कांसुलेट जनरल यासुकाटा फुकाहोरी ने आइडियाज ऑफ इंडिया के मंच पर कहा कि "हमारे पास लगभग 15-20 भगवान हैं, जो भारत से जापान में पहुंचे हैं. हम पिछले 1500 सालों से उन्हीं देवताओं की पूजा करते आ रहे हैं. हम समान मूल्यों और संस्कृति को साझा करते हैं."
भारत, जापान के बीच आध्यात्मिक निकटता बहुत गहरी है. भारतीय लोग और जापानी लोग एक दूसरे को समझ सकते हैं. दोनों देशों के बीच संबंध दुनिया में सबसे करीबी हैं. भारत और जापान स्वाभाविक सहयोगी हैं: जापानी कांसुलेट जनरल
मुंबई में जापान के कांसुलेट जनरल ने कहा हिंदू धर्म, जापानी शिंटोवाद और बौद्ध धर्म में आश्चर्यनजक समानता है.
एबीपी के मंज पर दिबांग ने कृष्ण गोपाल से पूछा कि क्या आरएसएस सीएम योगी आदित्यनाथ का समर्थन करेगा. इस पर कृष्ण गोपाल ने कहा कि हमारा सभी अच्छे लोगों को समर्थन है.
पाकिस्तान को अपने मन को ठीक रखना चाहिए. स्वतंत्रता के बाद से चार बार भारत पर आक्रमण किया है।. उसे स्वभाव को सुधारना चाहिए. भारत के साथ शत्रुता का भाव हमेशा के लिए छोड़ना चाहिए. आतंकियों को भारत भेजता है, ऐसे में संबंध सामान्य बनाना थोड़ा सा कठिन होता है: कृष्ण गोपाल, सह सरकार्यवाह, आरएसएस
आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने एबीपी के मंच पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की. कृष्ण गोपाल ने कहा कि सीएम योगी का काम पूरा देश देख रहा है.
जातिगत जनगणना की मांग राजनीतिक अधिक है. सभी क्षेत्रों को फलना-फूलना चाहिए. हम ऐसी कोई पहल नहीं चाहते हैं जो समाज में जाति समूहों के बीच दरार पैदा कर सके. किसी भी ऑपरेशन से जातिगत पहचान को मजबूत नहीं किया जाना चाहिए: आरएसएस नेता कृष्ण गोपाल
जनगणना के सवाल पर आरएसएस सह सरकार्यवाह ने इसे महत्वपूर्ण बताया. कृष्ण गोपाल ने कहा, यह देश की स्थिति की घोषणा करता है. यह डेमोग्राफी में खतरनाक परिवर्तन की संबंधित प्रवृत्ति को भी दिखा सकता है.
पाकिस्तान की स्थापना दुश्मनी के आधार पर हुई थी. 'हम भारत के साथ नहीं हो सकते' जिन्ना और इकबाल की इस धारणा के कारण पाकिस्तान का निर्माण हुआ. उन्हें लगा कि वे यहां हिंदुओं के साथ नहीं रह पाएंगे. यह गलत नीति थी. हालाँकि, मुस्लिम आबादी यहां रह रही है और फल-फूल रही है, जबकि पाकिस्तान में हिंदू आबादी कम हो गई है: कृष्ण गोपाल
आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को भारत के प्रति अपनी शत्रुता की प्रकृति को समाप्त करना होगा. तब तक दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं होंगे.
आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा कि जब डेमोग्राफी बदलती है तो लोगों खतरा महसूस होता है. जैसे आजकल असम के लोगों को खतरा महसूस होने लगा है.
आरएसएस के सह सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने एबीपी के मंच पर कहा कि पाकिस्तान का निर्माण ही भारत के साथ शत्रुता के आधार पर हुआ है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के सवाल पर लिज ट्रस ने कहा मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भारत के लिए एक बड़ी भूमिका का समर्थन करती हूं.
भारत एक लीडर है, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. चीन की बहस पर भारत का बहुत बड़ा प्रभाव हो सकता है: वीर सांघवी से लिज़ ट्रस
एबीपी के मंच पर वीर सांघवी से बात करते हुए ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस ने कहा कि हमारा यह मासूम विश्वास था कि आर्थिक स्वतंत्रता के साथ, चीन अधिक स्वतंत्र हो जाएगा लेकिन चीन ने उस वृद्धि का उपयोग हमारे जीवन के तरीके को कमजोर करने के लिए किया है.
आइए ताइवान के लिए वह सबक सीखें. आइए सुनिश्चित करें कि ताइवान खुद का बचाव करने में सक्षम हो. आइए यह सुनिश्चित करें कि हमने एक आर्थिक लचीलापन बनाया है ताकि चीन उस आर्थिक दबाव का उपयोग न कर सके.- लिज ट्रस
भारत में हम अपने भविष्य के लिए सबसे बड़ी उम्मीद देखते हैं. एक आजाद लोकतंत्र जो तेजी से बढ़ रहा है. एक ऐसा देश, जहां स्वतंत्र भाषण और काम करने की क्षमता में हर समय सुधार हो रहा है: लिज ट्रस
चीन और रूस जैसे हमारे विरोधी अपने आर्थिक मॉडल को बढ़ावा देने में बहुत अच्छे हैं: ट्रस
ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने ‘आइडियाज ऑफ इंडिया’ शिखर सम्मेलन में कहा, हमें सत्तावादी शासनों के खिलाफ लड़ाई तेज करने की जरूरत है.
ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस ने एबीपी के मंच से कहा कि भारत अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में दुनिया की बड़ी ताकत है. दुनिया भारत की आवाज सुनती है.
ब्रिटेन की पूर्व पीएम ने भारत की तारीफ करते हुए इसे दुनिया में उभरती हुई ताकत बताया. लिज ट्रस ने कहा कि भारत दुनिया को दिशा दे सकता है.
यूक्रेन पर उन्होंने कहा, हमें पहले कार्रवाई करनी चाहिए थी, हमें यूक्रेन को नाटो में शामिल होने की अनुमति देनी चाहिए थी जब उन्होंने कहा था. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि हम तेल और गैस के लिए रूस पर निर्भर नहीं थे और जो वित्त यूरोप में रूसी कुलीन वर्गों से प्रवाहित होता था.
पूर्व ब्रिटिश पीएम लिज ट्रस ने कहा, स्टील से लेकर टेक्नोलॉजी तक भारतीय कंपनियां छाई हुई हैं. यूके में इंडियन इन्वेस्टमेंट नंबर दो पर है.
ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस मंच पर संबोधित कर रही हैं. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है.
मशहूर सिंगर संजीवनी भेलंदे ने अपनी टीम के साथ सरस्वती वंदना प्रस्तुत की.
सीईओ अविनाश पांडे ने कोरोना महामारी का जिक्र भी किया और कहा कि एक लंबे कोविड ने लोगों के जीने, काम करने और प्यार करने के तरीके में मनोवैज्ञानिक परिवर्तन किए हैं.
सीईओ अविनाश पांडे ने कहा हम लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं और आइडिया ऑफ धर्म को सबसे ऊपर मानते हैं.
एबीपी नेटवर्क के सीईओ अविनाश पांडेय ने संबोधन करते हुए कहा, जहां हम आज ऐसा प्रतीत होता है कि यूक्रेन पर रूस के युद्ध ने दुनिया को उल्टा कर दिया है. ऊर्जा और मुद्रास्फीति में संकट पैदा कर रहा है, एक जलवायु तबाही बेमौसम बाढ़ और अप्राकृतिक सूखे का कारण बन रही है.
ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस और एबीपी नेटवर्क के सीईओ अविनाश पांडेय ने दीप जलाकर आइडियाज ऑफ इंडिया का शुभारंभ किया.
आइडियाज ऑफ इंडिया कार्यक्रम को एबीपी नेटवर्क के टेलीविजन के साथ ही एबीपी के यू ट्यूब लिंक पर भी देखा जा सकता है.
एबीपी के आइडियाज ऑफ इंडिया समिट का दूसरा एडिशन शुरू हो गया है. 24-25 फरवरी को चलने वाला आयोजन मुंबई में हो रहा है.
एबीपी आइडियाज ऑफ इंडिया 2023 में 40 सेशन होंगे जिसमें 60 से अधिक स्पीकर हिस्सा लेंगे. जो नए भारत को लेकर अपने आइडिया साझा करेंगे.
इस वर्ष मुंबई में होने वाला दो दिवसीय कार्यक्रम मुख्य रूप से इस प्रश्न को संबोधित करेगा - अपनी बढ़ती अर्थव्यवस्था, जंग के चलते दो ध्रुवों में बंटा यूरोप और कोविड महामारी से लड़ाई के बाद भारत इस समय कहां खड़ा है?
सम्मेलन वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव के समय हो रहा है और भारत में आम चुनाव होने में सिर्फ एक साल बाकी है. इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का विषय 'नया इंडिया: लुकिंग इनवर्ड, रीचिंग आउट' है. इसमें कई व्यावसायिक आइकन, सांस्कृतिक राजदूत और राजनेता अपने विचार साझा करते हुए दिखाई देंगे.
एबीपी नेटवर्क "आइडियाज ऑफ इंडिया समिट" का दूसरा एडिशन वापस आ गया है. थोड़ी देर में यह शिखर सम्मेलन मुंबई के ग्रैंड में शुरू होगा.
बैकग्राउंड
Ideas of India Summit 2023: एबीपी नेटवर्क (ABP Network) शुक्रवार से दो दिवसीय कार्यक्रम 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' (Ideas of India Summit 2023) का आयोजन कर रहा है. यह इस समिट का दूसरा एडिशन होगा, जो 24-25 फरवरी को मुंबई के ग्रैंड हयात में आयोजित होगा. कार्यक्रम में तमाम मशहूर हस्तियां एक ही मंच पर अपने विचार रखेंगी. इस साल सम्मेलन की थीम 'नया इंडिया: लुकिंग इनवर्ड, रीचिंग आउट' रखी गई है.
एबीपी का यह सालाना शिखर सम्मेलन हर साल नए भारत की अवधारणा और विचारों को साथ लेकर आता है. आइडियाज ऑफ इंडिया समिट ऐसे समय में हो रही है, जब दुनिया में भू-राजनीतिक तनाव का दौर चल रहा है. 24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध के एक साल पूरे हो रहे हैं. अगले साल भारत में लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे वक्त में एबीपी का यह शिखर सम्मेलन देश के कई सवालों का जवाब देगा. दो दिवसीय कार्यक्रम में भारत इस समय इतिहास में कहां खड़ा है, महामारी के बाद के बदलाव, नई कॉर्पोरेट संस्कृति जैसे विषयों पर बात होगी.
इस कार्यक्रम में ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस, इन्फोसिस के संस्थापक और अध्यक्ष नारायण मूर्ति, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अश्विनी वैष्णव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, मुंबई के सीएम एकनाथ शिंदे, पंजाब के सीएम भगवंत मान हिस्सा लेंगे.
बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार भी सम्मेलन में शामिल होंगे. इसमें अमान, आशा पारेख, सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर, संगीत जैसी प्रतिष्ठित हस्तियां आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023 के मंच से नये भारत को लेकर अपने विचार प्रस्तुत करेंगी. इसके अलावा अमिताव घोष और देवदत्त पटनायक जैसे प्रख्यात लेखक भी मंच शेयर करेंगे.
एबीपी नेटवर्क आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023 को ABP Live You Tube पर लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा. इसके साथ ही आइडियाज ऑफ इंडिया समिट के सत्र एबीपी नेटवर्क के चैनल पर भी प्रसारित किए जाएंगे.
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट के ताजा अपडेट और हाइलाइट्स को एबीपी लाइव के सोशल मीडिया हैंडल पर भी देखा जा सकता है. facebok, twitter, instagram
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