जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने बड़ा हमला किया है. उरी के बाद ये सबसे बड़ा आतंकी हमला है. आतंकियों ने सीआरपीएफ की बस को आईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया. बस में 20 से 25 जवान मौजूद थे. अब तक करीब 18 जवान शहीद हो चुके हैं. इन जवानों को श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था. आपको बताते हैं इससे जुड़ी हर जानकारी-
- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपुरा में ये हमला उस वक्त हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था. इस काफिले में सीआरपीएफ की करीब 39 गाड़ियां थीं. इस काफिले में सीआरपीएफ की 54वीं, 179वीं और 34वीं बटालियन एक साथ जा रही थीं.
- 54वीं बटालियन पर ये हमला आतंकियों ने 3 बजकर 37 मिनट पर पुलवामा के अवंतीपुरा में लातू मोड़ पर किया.
- खबरों के मुताबिक एक छोटी गाड़ी में फिदायीन हमलावर बैठा हुआ था और वो विस्फोटक से भरी गाड़ी लेकर बस से टकरा गया. इस ब्लास्ट के बाद आतंकियों ने फायरिंग भी की.
- जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. जैश-ए-मोहम्मद ने कहा है कि ये एक फिदायीन हमला है. बता दें कि 2004 के बाद से जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमला नहीं हुआ था.
- जैश-ए-मोहम्मद ने आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी की तस्वीर भी जारी कर दी है. इस आतंकी का नाम आदिल अहमद है. जो तस्वीर जारी की गई है उस पर जैश-ए-मोहम्मद लिखा हुआ है.
- 11 फरवरी 1984 को कश्मीर बड़े अलगाववादी नेता मकबूल भट्ट को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी. इसलिए 11 फरवरी के आस पास का वक्त काफी रोष का माना जाता है. हर साल इस मौके पर वहां विरोध प्रदर्शन भी होते हैं और आतंकी हमले की साजिश की जाती है.
- खबरों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने कई अलर्ट जारी किए थे कि जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले हो सकते हैं.
- जैश-ए-मोहम्मद ने आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी की तस्वीर जारी कर दी है और इस आतंकी का नाम आदिल अहमद बताया जा रहा है. जो तस्वीर जारी की गई है उस पर जैश-ए-मोहम्मद लिखा हुआ है. बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद ने ही इस बर्बर आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है.
- हमले की जगह से जो तस्वीरें आईं हैं वो दिल दहला देने वाली हैं. सीआरपीएफ के आईजी ने कहा कि ये आतंकी हमला है और इसकी पुष्टि की जा रही है. इस हमले में जवानों की मौत हुई है और सीआरपीएफ के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. हमले में घायल सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. जवानों की मौत के आंकड़े के बारे में अभी पूरी तरह से नहीं कहा जा सकता है.