फारूक अब्दुल्ला बोले- जम्मू कश्मीर को अगर पाकिस्तान के साथ जाना होता तो 1947 में चला जाता
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "28 साल वादे किए गए कि हम कश्मीरी पंडितों को वापिस लेकर आएंगे. 5 साल तो हो गए इनके, ये 5 साल भी चले जाएंगे. कश्मीरी पंडित आज भी इंतजार कर रहा है."
जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान के साथ जाना होता है तो ऐसा 1947 में ही हो जाता और इसे कोई भी नहीं रोक पाता. अब्दुल्ला ने कहा कि हमारा देश महात्मा गांधी का भारत है बीजेपी का भारत नहीं.
जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "28 साल वादे किए गए कि हम कश्मीरी पंडितों को वापिस लेकर आएंगे. 5 साल तो हो गए इनके, ये 5 साल भी चले जाएंगे. कश्मीरी पंडित आज भी इंतजार कर रहा है वो दिन कब आएगा."
वहीं उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 2012, 2013, 2014 में, बमुश्किल कुछ युवा थे जो हथियारों का सहारा ले रहे थे. 12-13 वर्षों की अवधि में उग्रवाद में शामिल होने वाले लोगों की संख्या अब इन दिनों कुछ महीनों से मेल खा रही है.If Jammu & Kashmir wanted to go to Pakistan, they would have done so in 1947. No one could have stopped it. But our nation is Mahatma Gandhi's India. Not BJP's India: Farooq Abdullah, National Conference pic.twitter.com/pFnezyYDil
— ANI (@ANI) November 6, 2020
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “वो कहते हैं कि आर्टिकल 370 और 35ए को हटने से जो लोग भारतीय व्यवस्था से विचलित थे उन्हें पूरी तरह से देश के बाकी हिस्सों में आत्मसात कर लिया जाएगा। उमर ने कहा है कि मैं विश्वास के साथ कहना चाहूंगा कि इससे ये लोग पहले से भी अधिक अलग-अलग हो गए हैं.”In 2012, 2013, 2014, there were barely some youth who were taking to resorting to arms. The number of men who joined the militancy over a period of 12-13 years, is now being matched in a matter of months these days: Omar Abdullah, National Conference pic.twitter.com/QRTa6ewMq5
— ANI (@ANI) November 6, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पूछा कि विकास कार्य कहां है? 1 साल तीन महीने इस तरह की परियोजनाओं को शुरू करने के लिए काफी लंबा है. हम हमेशा से कहते थे कि यह एक गलत धारणा है कि आर्टिक 370 और 35A को हटाने से सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी. यह जम्मू-कश्मीर के लिए यह सबसे बड़ा गलत कदम उठाया गया है. हम अपनी भूमि पर सुरक्षित नहीं हैं. यह भी पढ़ें: MP में उप चुनाव परिणाम आने से पहले ही BJP ने बहुमत जुटाने के लिए शुरू की प्लान B की रणनीतिWhere are development works? 1 year 3 months is long enough to get started on such projects. We'd always say don't be under a misconception that removing Art. 370 & 35A will solve all problems. It is the biggest misstep for J&K. We're not safe on our own lands: Omar Abdullah, NC https://t.co/zeJ9ee3GXP
— ANI (@ANI) November 6, 2020