नई दिल्ली: बिहार की राजनीति में लालू यादव और नीतीश कुमार का रिश्ता कल किस करवट बैठेगा इसका कोई अनुमान लगा नहीं सकता है. इस अनिश्चितता पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने बड़ा बयान दिया है. नित्यानंद राय ने कहा है कि बीजेपी नीतीश को बाहर से समर्थन दे सकती है.


इसका मतलब ये है कि बीजेपी ये चाहती है कि लालू के समर्थन की परवाह न करें नीतीश. नीतीश तेजस्वी को बर्खास्त करें इसके बाद अगर सरकार पर संकट आएगा तो बीजेपी बचा लेगी.



नित्यानंद राय ने कहा, ''अगर किसी व्यक्ति ने अघोषित संपत्ति अर्जित की है तो ऐसे व्यक्ति को मंत्रिमंडल में नहीं रखना चाहिए. अगर समर्थन की जरूरत पड़ती है तो हम बाहर से समर्थन देने के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार में शामिल नहीं होंगे.''


लालू ने आज बुलाई थी विधायकों की बैठक
लालू यादव ने आज आरजेडी के विधायकों के साथ पटना स्थित अपने आवास पर बैठक की है. बैठक के बाद आरजेडी ने दो टूक कहा है कि तेजस्वी बिहार के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे.


कल नीतीश कुमार ने बुलाई बड़ी बैठक
कल नीतीश कुमार भी बड़े नेताओं और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस बैठक के एजेंडे के बारे में एबीपी न्यूज़ को जानकारी मिली है. इस बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ पार्टी को एकजुट दिखाने की कोशिश होगी.


बिहार में सरकार का समीकरण क्या है?


बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं. जबकि सरकार बनाने के लिए 122 सीटें चाहिए. बिहार में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन है. महागठबंधन के पास राज्य में जेडीयू की 71, आरजेडी की 80 और कांग्रेस की 27 विधायकों को मिलाकर 178 सीटें हैं. अगर नीतीश महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल होते हैं तो जेडीयू की 71, बीजेपी की 53, आरएलएसपी और एलजेपी की 2-2 और हम की एक सीट को मिलाकर आंकड़ा 129 हो जाएगा जो बहुमत से सात ज्यादा है.