नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है. केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर शिवसेना को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गठबंधन होता है तो पार्टी अपने सहयोगी दलों की जीत सुनिश्चित करेगी और यदि ऐसा नहीं होता है तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को करारी शिकस्त देगी. शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में शामिल है.


इससे ठीक पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा था कि राज्य की 48 लोकसभा सीटों में 40 पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखें. इन बयानों पर शिवसेना ने भी सख्त लहजे में जवाब दिया है. शिवसेना ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बयान घमंड भरा है. उनके पक्ष का पर्दाफाश हो गया है. पार्टी ने कहा कि उसे जो भी चुनौती देगा, उसका सामना करने को वह तैयार है.


शिवसेना ने कहा, ''उद्धव ठाकरे ने देश के हिंदू के मन की भावना सामने रखी थी और नारा दिया था कि हर हिंदू की यही पुकार पहले मंदिर फिर सरकार. शिवसेना की वजह से बीजेपी के पैर के नीचे की जमीन खिसक गई है. उन्हें ये बात लग गयी और अब उनके नेताओं की जबान भी फिसलने लगी है.''


पार्टी ने आगे कहा, ''अच्छा ही हुआ बीजेपी को हिंदुत्व मानने वाले नहीं चाहिए ऐसा दिखता है, पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी को जनता ने उनकी जगह दिखाने की शुरुआत कर दी है.''


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शिवसेना ने आगे कहा कि उसकी (बीजेपी की) योजना 40 सीट जीतने की है. इसका मतलब है कि वह ईवीएम में छेड़छाड़ करने पर निर्भर है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के एक सहयोगी ने कहा, ‘‘जो हम पर हमला कर रहे हैं, हम निश्चित तौर पर उन्हें हराएंगे.’’


इससे पहले, शाह और फडणवीस ने रविवार को कई जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन की संभावना के भ्रम से दूर रहना चाहिए. यदि सहयोगी दल हमारे साथ आते हैं तो हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे, अन्यथा हम उन्हें ‘पटक देंगे’. पार्टी कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर तैयारी करना चाहिए.


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उन्होंने इन चुनावों की तुलना पानीपत की तीसरी लड़ाई से की. गौरतलब है कि पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठा सेना को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली की सेना ने हराया था. बीजेपी प्रमुख ने कहा कि उस लड़ाई के बाद देश 200 साल तक गुलाम रहा था. उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम यह चुनाव जीतते हैं तो हमारी विचारधारा अगले 50 साल तक शासन करेगी.’’ शाह ने फडणवीस के विचारों से सहमति जताते हुए कहा, ‘‘हमें (महाराष्ट्र में) 48 में कम से कम 40 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखना चाहिए.’’


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