ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव का भारत पर क्या असर पड़ेगा?
भारत अपनी जरूरत का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा आयात करता है. युद्ध की स्थिति में तेल के दाम बढ़ेंगे. तेल के दाम बढ़ने से भारत को इसके लिए ज्यादा रकम चुकानी होगी. इस कारण सरकार का वित्तिय घाटा भी बढ़ जाएगा.
नई दिल्लीः अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई. इसके बाद ईरान और अमेरिका आमने-सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि दोनों देशों के बीच कभी भी युद्ध हो सकता है. अगर अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध होता है तो यह लड़ाई लंबी चल सकती है. दोनों देशों के बीच जारी विवाद अगर युद्ध में बदलता है तो यह भारत के लिए काफी बड़ी परेशानी का कारण बनेगा.
अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध होने की स्थिति में भारत की ऊर्जा पर संकट आ सकता है. भारत में महंगाई और बढ़ सकती है. जानकारों की माने तो भारत के पास मौजूदा वक्त में करीब 10 दिन का तेल है.
भारत अपनी जरूरत का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा आयात करता है. युद्ध की स्थिति में तेल के दाम बढ़ेंगे. तेल के दाम बढ़ने से भारत को इसके लिए ज्यादा रकम चुकानी होगी. इस कारण सरकार का वित्तिय घाटा बढ़ जाएगा.
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ऐसे में तेल की कीमत बढ़ने का असर हर नागरिक पर पड़ सकता है. तेल के दाम बढ़ने से हवाई यात्रा भी महंगी हो सकती है. जानकारों का कहना है कि भारत को एक जैसे सोच रखने वाले देशों को युद्ध रोकने की कोशिश करनी चाहिए.
वहीं इस पूरे मामले पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि हमने जो एक्शन लिया वो युद्ध शुरू करने के लिए नहीं बल्कि युद्ध खत्म करने के लिए लिया. इरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा है कि सही मौका आने पर हम अमेरिका को जवाब देंगे.
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