Delhi Airport: 13 साल के बच्‍चे का मजाक इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों समेत दिल्‍ली से लेकर दुबई जाने वाले यात्रियों को भारी पड़ गया. दरअसल, आईजीआई एयरपोर्ट के कॉल सेंटर में 18 जून को एक ईमेल आता है, जिसमें दुबई जाने वाली फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. इस ई-मेल की जानकारी मिलते ही सीआईएसएफ, दिल्‍ली पुलिस सहित एयरपोर्ट की सुरक्षा विभागों के कान खड़े हो गए थे. फिलहाल, पुलिस ने बम रखे होने की झूठी सूचना देने के आरोप में 13 साल के बच्चें को पकड़ा है. 


दरअसल, इस मामले पर आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि लड़के ने कुछ दिन पहले बम की झूठी सूचना देते हुए फोन करने वाले एक अन्य किशोर से जुड़ी खबरों से प्रभावित होकर ‘‘महज मजाक में’’ ईमेल भेजा था. रंगनानी ने बताया कि यह घटना सोमवार को हुई थी, जब 18 जून को दुबई जाने वाले विमान में बम रखे होने की धमकी के संबंध में एक शिकायत दर्ज की गयी थी.


क्या है पूरा मामला?


डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि शिकायत के आधार पर एक केस दर्ज किया गया था और जांच शुरू की गयी. यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी दिशा निर्देश, प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया. वहीं,  मामले की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट पर फुल इमरजेंसी डिक्‍लेयर कर दी गई थी.  


रंगनानी ने बताया कि हालांकि, जांच के दौरान सूचना झूठी साबित हुई. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि जिस ई-मेल एड्रेस से ईमेल भेजा गया था, उसकी आईडी हॉक्‍स कॉल से करीब एक-दो घंटे पहले ही बनाई गई थी. साथ ही, थ्रेट मेल करने के बाद इस ई-मेल आईडी को तुरंत डिलीट कर दिया गया था. टेक्निकल सर्विलांस के जरिए ई-मेल भेजने वाले शख्‍स की लोकेशन उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में मिली. जिसके बाद, पुलिस टीम को पिथौरागढ़ के लिए रवाना कर दिया गया. 


पुलिस की पूछताछ में हुआ खुलासा


उन्होंने आगे कहा कि एक टीम को पिथौरागढ़ भेजा गया और पिथौरागढ़ पहुंचने पर पुलिस टीम को पता चला कि हॉक्‍स बम का ई-मेल करने वाला एक 13 साल का बच्‍चा है. इस बच्‍चे को अपनी हिरासत में लेकर एयरपोर्ट पुलिस की टीम ने पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान, बच्‍चे ने बताया कि उसके माता-पिता ने पढ़ाई के उद्देश्य से उसे एक मोबाइल फोन दिया था, जिससे उसने ईमेल भेजा और बाद में अपनी आईडी हटा दी. उसने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी नहीं दी क्योंकि वह डर गया था.


पूछताछ के बाद लड़के को माता-पिता को सौंपा- DCP रंगनानी


डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा कि पिथौरागढ़ से पकड़े गए इस बच्चे के द्वारा इस्‍तेमाल किए गए फोन बरामद कर लिए गए हैं. साथ ही, डायल कॉल सेंटर को भेजे गए ईमेल को भी रिट्रीव कर लिया गया है. वहीं, इस नाबालिग बच्‍चे की कस्‍टडी उसके माता पिता को सौंप दी है.


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