IIT Kharagpur Student Death Case: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पश्चिम मेदिनीपुर (West Medinipur) जिले में खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Kharagpur) के छात्र फैजान अहमद (Faizan Ahmed ) का शव 14 अक्टूबर को हॉस्टल के कमरे में मिला था. मृतक के परिजन अब भी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट (Post Mortem Report) का इंतजार कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि अगर उन्हें ऑटोप्सी (Autopsy) रिपोर्ट नहीं मिली तो कोर्ट (Court) का रुख करेंगे. फैजान अहमद मूल रूप से असम (Assam) के तिनसुकिया जिले का रहने वाला था और आईआईटी खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) के तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहा था.
फैजान अहमद के परिवार के वकील ने कहा वह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में देरी को लेकर हैरान हैं, खासकर इसलिए भी क्योंकि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 20 अक्टूबर को ममता बनर्जी को पत्र लिखकर मौत की परिस्थितियों की पूरी तरह से जांच करने का आग्रह किया था. आईआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र की मौत 11 अक्टूबर को हो गई थी. उसका आंशिक रूप से क्षत-विक्षत शव 14 अक्टूबर को लाला लाजपत राय हॉल के कमरे में मिला था.
छात्र के परिवार के वकील ने यह कहा
खड़गपुर पुलिस की ओर से की रही जांच पर असंतोष व्यक्त करते हुए परिवार के वकील अनिरुद्ध मित्रा ने कहा कि अगर रिपोर्ट उनके साथ जल्द से जल्द साझा नहीं की गई तो वह कलकत्ता हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करेंगे.
टेलीग्राफ के मुताबिक, वकील अनिरुद्ध मित्रा ने मंगलवार (25 अक्टूबर) को कहा, ''हम हैरान है कि पुलिस ने अब तक छात्र के परिवार के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट साझा नहीं की है. असम के मुख्यमंत्री बंगाल की सीएम को इस बारे में पत्र लिख चुके हैं. अगर हमें जल्द से जल्द रिपोर्ट नहीं दी गई तो हम खड़गपुर पुलिस की जांच पर असंतोष व्यक्त करते हुए हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करेंगे.''
पुलिस अधिकारी ने दिया यह जवाब
खड़गपुर टाउन पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अब तक मिदनापुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नहीं पहुंची है. वहीं, सरकार की ओर से संचालित मेडिकल कॉलेज के एक अधिकारी ने कहा, ''रिपोर्ट तैयार है. पुलिस को इसे ले जाना चाहिए.''
पुलिस ने मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज की है. पुलिस से जब यह पूछा गया कि क्या यह हत्या का मामला है तो अधिकारी ने कहा, ''जब तक हमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं मिल जाती हम कुछ नहीं कह सकते. हमने कैंपस के कुछ छात्रों से बात की है. जांच खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं.''
फैजान की चाची ने आईआईटी प्रबंधन पर उठाया सवाल
रिपोर्ट के मुताबिक, फैजान की चाची सलमा अहमद ने कहा, ''हमें नहीं लगता कि उसने आत्महत्या की लेकिन मुझे पूछना है कि होस्टल वार्डन से जो उम्मीद की जाती है, उसने वह क्यों नहीं किया? 30 सितंबर तक आयोजित की गई मिड सेमेस्टर की परीक्षा में फैजान ने कुछ पेपर नहीं दिए थे. फैकल्टी एडवाइजर ने परिवार को इसे बारे में क्यों नहीं बताया?'' सलमा ने कहा कि उन्होंने आईआईटी खड़गपुर के प्रबंधन से पूछा है कि जब फैजान तीन दिन तक अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो वार्डन ने इसे बारे में सूचित क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि अभी तक आईआईटी के अधिकारियों की ओर से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है.
आईआईटी खड़गपुर के उप निदेशक ने यह कहा
फैजान की मौत पर छात्रों में आक्रोश के बाद ध्रुबोज्योति सेन ने पिछले हफ्ते आईआईटी के डीन ऑफ स्टूडेंट्स अफेयर्स के पद से इस्तीफा दे दिया था. आईआईटी के उप निदेशक अमित पात्रा ने गुरुवार रात को एक बयान जारी कर बिना शर्त माफी मांगी थी और चूक के लिए जिम्मेदारी ली थी.
उन्होंने मंगलवार को कहा, ''पुलिस की जांच चल रही है और हम उसका इंतजार कर रहे हैं. हम सीबीआई, सीआईडी और न्यायिक, हर प्रकार की जांच के लिए तैयार है. हमारे सिस्टम में कुछ खामियां हो सकती हैं. उनके सामने आने के बाद हम सुधार करेंगे." उन्होंने कहा कि संस्थान आंतरिक रूप से भी घटना की जांच कर रहा है. उन्होंने कहा, ''हम चाहते हैं कि सच बाहर आए. अगर व्यक्तिगत या प्रक्रियात्मक स्तर पर कोई खामियां हैं तो सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे.''
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