Illegal Mining Case: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार (17 नवंबर) को अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर जाने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. सीएम सोरेन ने कहा, ''आज मुझे ईडी के दफ्तर में जाना है, जैसे कि मुझे समन दिया गया है. मैंने एक पत्र ईडी को भेजा है. ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे पूछताछ के लिए बुलाया गया है.'' उन्होंने कहा, ''आरोप कहीं से भी सही नहीं लगते. 1000 करोड़ का घोटाला करने के लिए कितने करोड़ का खनन होगा. जांच एजेंसियों को पूरी जांच कर ही आगे बढ़ना चाहिए था. जैसे कारवाई चल रही है, ऐसा लगता है कि हम देश छोड़कर भागने वाले हैं. सरकार को अस्थिर करने का षड़यंत्र कहा जा सकता है, जो हमारी सरकार बनने के बाद से जारी है.''  


ईडी को लेटर लिखा था
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार, हेमंत सोरेन ने ईडी को पत्र लिखकर अपील भी की थी कि उन्हें पूछताछ के लिए 17 नवंबर के बजाय 16 नवंबर को ही बुलाया जाए. इससे पहले जब ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था तो उन्होंने तीन सप्ताह का समय मांगा था. उन्होंने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला दिया था.


किस मामले में होगी पूछताछ?
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के उल्लंघन और साहेबगंज जिले में एक अवैध खनन मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जांच के लिए तलब किया है. ईडी ने मामले में सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य स्थानीय कथित बाहुबली बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया है. ईडी ने कहा है कि उसने राज्य में अब तक 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित अपराध का पता लगाया है.


झारखंड में अवैध खनन और मनी लॉड्रिंग के मामले में कई छापेमारी हुई हैं. छापेमारी के दौरान हेमंत सोरेन से संबंधित मिले कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. इनमें उनकी कई बैंकों की चेकबुक, पासबुक और हेमंत सोरेन के साइन शामिल हैं. ईडी को इस मामले में महत्वपूर्ण दस्तावेज गिरफ्तार आरोपी पंकज मिश्रा के पास से बरामद हुए थे.


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