Illegal Sand Mining Case: CM Channi का भांजा भूपेंद्र सिंह हनी गिरफ्तार, ED को शक- चुनाव से जुड़ा हो सकता है पैसा
Punjab Illegal Sand Mining Case: सूत्रों ने बताया कि घंटो चली पूछताछ के दौरान जब हनी ने ईडी अधिकारियों को जवाब नहीं दिए तो उन्हें गिरफ्तार करने का फैसला किया गया.
Punjab Illegal Sand Mining Case: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक बार फिर मुश्किलों में घिर गए हैं. प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने उनके रिश्तेदार भूपेंद्र सिंह हनी को गिरफ्तार कर उसके यहां से बरामद करोड़ों रुपए की बाबत पूछताछ शुरू कर दी है. इसपर हनी कोई जवाब नहीं दे पा रहा है. ईडी को शक है कि यह पैसा चुनाव से संबंधित भी हो सकता है. ईडी हनी को विशेष अदालत के सामने पेशकर पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी, जिससे इस मामले की कड़ियों को जोड़ा जा सके.
प्रवर्तन निदेशालय ने हनी को गुरूवार को पूछताछ के लिए बुलाया था. इसके पहले भी उन्हें ईडी के जालंधर कार्यालय में पेश होने के नोटिस दिए थे, लेकिन हनी पेश नहीं हो पाए थे. सूत्रों ने बताया कि हनी के गुरूवार को पेश होने के बाद ईडी अधिकारियों ने उनसे उनके यहां से बरामद लगभग आठ करोड़ रुपये की नगदी की बाबत पूछताछ की थी. उनसे पूछा गया कि यह पैसा कहां से आया और इसका श्रोत क्या था. सूत्रों ने बताया कि हनी इस पैसे को लेकर ईडी अधिकारियों को गोलमोल जवाब देते रहे. इस पर अधिकारियों ने उनसे सीधे तौर पर पूछा कि पैसा बैंक से लाए थे या किसी आदमी ने दिए. यदि आदमी ने दिया तो कौन था और किसके कहने पर पैसा दिया गया.
हनी ने नहीं दिए ईडी अधिकारियों के सवालों के जवाब
सूत्रों ने बताया कि घंटो चली पूछताछ के दौरान जब हनी ने ईडी अधिकारियों को जवाब नहीं दिए तो उन्हें गिरफ्तार करने का फैसला किया गया. इसी दौरान हनी ने कुछ तबियत खराब होने की बात कही. इस पर उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाकर उनकी जांच कराई गई, जहां डाक्टरो ने उसे पूरी तरह से स्वस्थ बताया. इसपर ईडी अधिकारियों ने हनी को गिरफ्तार कर लिया. सूत्रो नें बताया कि ईडी हनी से पूछताछ करने के लिए उसे एक सप्ताह की रिमांड पर लेने की तैयारी कर रहा है. इस दौरान ईडी उससे बरामद रकम के साथ साथ अन्य कड़िया जोड़ने की भी कोशिश करेगा.
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अवैध रेत खनन मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह और हनी एक अन्य व्यक्ति संदीप के साथ प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंपनी में निदेशक हैं. यह कंपनी उसी साल 2018 में बनी थी, जब अवैध खनन मामले में पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. यह कंपनी 25 अक्टूबर 2018 को बनी और सरकारी रिकार्ड के मुताबिक इस कंपनी में मात्र 60 हजार रुपये का पैडअप कैपिटल था और कुल अधिकृत धनराशि 5 लाख रुपये थी. सूत्रों ने बताया कि ईडी को शक है कि इस कंपनी के जरिए भी काले धन को सफेद करने का काम किया गया रहा होगा.
सीएम चन्नी की परेशानी का कारण बन सकती है हनी से पूछताछ
ध्यान रहे कि साल 2018 में अवैध तरीके से बालू खनन के एक मामले में ईडी की जांच के दौरान हनी का नाम सामने आया था औऱ ईडी ने इस मामले में पिछले महीने हनी और उसके सहयोगियो पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान लगभग दस करोड़ की नगदी 21 लाख के गहने और एक रौलेक्स घड़ी बरामद हुई थी. इस छापेमारी के बाद पंजाब की राजनीति मे भूचाल आ गया था और राजनीतिक पार्टियों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए थे. फिलहाल हनी से हो रही पूछताछ एक बार फिर सीएम चन्नी की परेशानी का कारण बन सकती है.