Illegal Sand Mining Case: पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने सीएम चन्नी के भांजे भूपेंद्र सिंह हनी को सैंड माइनिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने कल हनी को पूछताछ के लिए बुलाया था. ईडी आज हनी को दोपहर 12 बजे जालंधर कोर्ट में पेश करेगी.
पिछले दिनों अवैध रेत खनन को लेकर ईडी की टीम ने पंजाब में जो छापेमारी की थी, उसमें 10 करोड़ रुपए से ज्यादा नकदी, 21 लाख का सोना और 12 लाख रुपए की रोलेक्स की घड़ी बरामद हुई थी. इसके साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए थे. बताया जा रहा है कि इस बरामदगी में सबसे ज्यादा नकदी भूपेंद्र सिंह हनी के ठिकाने से मिली थी. ये रकम लगभग सात से आठ करोड़ रुपए है.
क्यों घिरे भुपेंद्र सिंह हनी?
ईडी सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान भूपेंद्र सिंह उर्फ हनी अपने मोहाली वाले घर पर मौजूद थे. ईडी के जांच अधिकारियों ने उनसे उनके यहां बरामद करोड़ों रुपए की बाबत पूछताछ की तो ना तो वह कोई बैंक की पर्ची ही खुद दिखा पाए और ना ही यह बता पाए यह पैसा किसका है या कहां से आया है. ईडी ने इस मामले में हनी समेत उनके कंपनी के दो और निदेशकों से पूछताछ की थी.
ईडी को कंपनी के जरिए काले धन को सफेद करने का शक
ईडी सूत्रों के मुताबिक, अवैध रेत खनन मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह और भूपिंदर सिंह हनी एक अन्य व्यक्ति संदीप के साथ प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंपनी में निदेशक हैं. ये कंपनी उसी साल 25 अक्टूबर 2018 में बनी थी, जब अवैध खनन मामले में पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. इस कंपनी में मात्र 60 हजार रुपये का पैडअप कैपिटल था और कुल अधिकृत धनराशि 5 लाख रुपये थी. ईडी को शक है कि इस कंपनी के जरिए भी काले धन को सफेद किया गया है. ईडी ने इस कंपनी से संबंधित सभी दस्तावेज हनी को पेश करने को भी कहा था.
पंजाब में 20 फरवरी को 117 सीटों पर वोटिंग है. ऐसे में विपक्ष अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर और तेज वार करेगा.