देश के इन राज्यों से मानसून की विदाई, कहीं बाढ़ तो कहीं सूखा, जानिए कितना परेशान करके गया
Monsoon News: देश से साउथ वेस्ट मानसून की विदाई हो चुकी है. वहीं नार्थ ईस्ट मानसून को लेकर 4 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
Northeast Monsoon: देश में लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. बांग्लादेश में तबाही मचाने के बाद अब चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ गया है, लेकिन मौसम विभाग ने नार्थ ईस्ट मानसून को लेकर भारत के 4 राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण अगले 24 घंटे में कुछ राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है.
मौसम के इस उतार चढ़ाव के बीच दिल्ली एनसीआर में हल्की ठंड का दौर जारी हो गया है. बुधवार, 26 अक्टूबर 2022 को राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसके साथ ही ये सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा. अगर अधिकतम तापमान की बात करें तो ये 32 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक अब मौसम साफ रहने की संभावना है. शांत हवा चलेगी लेकिन शाम के वक्त कोहरे की दस्तक देखने को मिल सकती है.
पूर्वोत्तर मानसून का असर इन राज्यों पर
तमिलनाडु में दक्षिण पश्चिम खाड़ी में दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर एक ट्रफ रेखा मौजूद है. जिसके जल्द ही क्षोभ मंडल के स्तर पर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. इसका असर दक्षिण पूर्वी प्रारूप में भारत पर पड़ेगा. 29 अक्टूबर से पूर्वोत्तर मानसूनी बारिश की शुरुआत देखने को मिलेगी. अगले 24 घंटे में उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश क्षेत्र में उत्तर पश्चिमी हवाओं का संचरण जारी रहेगा. ऐसे में ज्यादातर मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है. असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में भी छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है.
साउथ वेस्ट मानसून की विदाई, नॉर्थ ईस्ट मानसून की शुरुआत
देश से साउथ वेस्ट मानसून की विदाई हो चुकी है. इस बार मानसून काफी असमान रहा है, एक तो इसने वक्त से पहले केरल में दस्तक दी, उसके बाद ये बहुत तेजी से और बहुत ज्यादा दक्षिण और पूर्वोत्तर में बरसा, आलम ये हुआ कि बहुत सारे राज्य बाढ़ की चपेट में आ गए, लेकिन इसके बाद इसकी रफ्तार में काफी कमी आई और ये दिल्ली तक पहुंचते-पहुंचते काफी सुस्त हो गया जिसके चलते उत्तर भारत में कई जगहों पर सूखे जैसे हालात पैदा हो गए.
जुलाई-अगस्त उत्तर भारत में बारिश की आस में बीता तो वहीं सितंबर में एक बार फिर मानसून ने गति पकड़ी और इस तरह से बारिश हुई जिसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हो गए. आम तौर पर मानसून सितंबर के अंतिम वक्त तक विदा हो जाता है, लेकिन इस बार मानसून काफी लोगों को परेशान करके गया और सितंबर-अक्टूबर में कई राज्यों में बहुत ज्यादा बारिश होने से कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए, जिसमें बेंगलुरु भी शामिल है. फिलहाल अब मॉनसून विदा हो चुका है, लेकिन अब साउथ में नार्थ ईस्ट मानसून (Northeast Monsoon) यानी मिनी मानूसन सक्रिय होने जा रहा है.