Weather Update: बेमौसम बारिश किसानों के लिए बनी आफत, IMD ने दी ये सलाह
IMD On Farmers: देश के ज्यादातर हिस्सों में बीते 24 घंटों में तेज बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हुई है. अगले कुछ दिनों बारिश के अनुमान को देखते हुए आईएमडी ने किसानों को फसल कटाई को लेकर सलाह दी है.
IMD On Rain: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि (Hailstorm) की आशंका के मद्देनजर मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार (18 मार्च) को किसानों को सलाह दी है. विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले कुछ दिनों में बारिश (Rain) और ओलावृष्टि के अनुमान को देखते हुए पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश के किसान गेहूं और अन्य रबी फसलों की कटाई फिलहाल टाल दें.
पकी हुई फसलों के मामले में आईएमडी ने किसानों को कुछ राज्यों में सरसों और चना जैसी फसलों की जल्द से जल्द कटाई करने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर संग्रहीत करने की सलाह दी है. किसानों को फसल गिरने से बचाने के लिए गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने को भी कहा गया है.
कई राज्यों में हुई बारिश
आईएमडी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में देश के अधिकांश हिस्सों में हल्की या मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़े हैं. पिछले 24 घंटों में उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश में रायलसीमा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में ओलावृष्टि हुई. आईएमडी ने अपने लेटेस्ट पूर्वानुमान में कहा कि 19 मार्च को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर आंधी, बिजली, तूफान और ओलावृष्टि होने की संभावना है.
किसानों को दी ये सलाह
इसमें कहा गया है कि 20 मार्च को पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान और उत्तराखंड में 21 मार्च को ऐसा ही होने की संभावना है. तेज हवा व ओलों से खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है, खुले स्थानों पर लोग और मवेशी घायल हो सकते हैं और तेज हवाओं के कारण कमजोर संरचनाओं को आंशिक नुकसान हो सकता है. आईएमडी ने किसानों को पंजाब, हरियाणा और पश्चिम मध्य प्रदेश में फसलों की कटाई को टालने की सलाह दी है और यदि पहले से ही कटाई हो चुकी है, तो नुकसान से बचने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भंडारित करने को कहा है.
गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने की सलाह दी
किसानों को फसल पौधे को गिरने से बचाने के लिए गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने को भी कहा गया है. राजस्थान के किसानों को सलाह दी गई है कि वे परिपक्व सरसों और चना की जल्द से जल्द कटाई कर सुरक्षित स्थान पर भंडारण कर लें. इसी तरह पूर्वी मध्य प्रदेश के किसानों को सरसों, चना और गेहूं की तत्काल कटाई कर सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा गया है. महाराष्ट्र में किसानों से तुरंत गेहूं, दाल और अंगूर की फसल काटने को कहा गया है.
आईएमडी ने कहा कि मराठवाड़ा में फसलों की कटाई फिलहाल रोक दें. बारिश से बचाने के लिए अंगूर के गुच्छों पर ‘स्कर्टिंग बैग’ (ढंकने वाले बैग) या एल्यूमीनियम-परत वाले कागज का उपयोग करें. बागों की रक्षा के लिए ओला जाल का उपयोग करें.
पैदावार हो सकती है प्रभावित
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) में गेहूं के प्रजनक राजबीर यादव ने कहा कि मौजूदा बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवा गेहूं की खड़ी फसल के लिए अच्छी नहीं है और इससे इसकी पैदावार प्रभावित हो सकती है. गेहूं रबी (सर्दियों) की प्रमुख फसल है और देश के कुछ हिस्सों में इसकी कटाई शुरू हो चुकी है. सरकार ने फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) के लिए 11.22 करोड़ टन का रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन होने का अनुमान लगाया है.
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