सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर मौसम विभाग ने कहा- पूर्वानुमान गलत हो सकता है, इसलिए इसे भविष्यवाणी कहते हैं, तथ्य नहीं
IMD On Social Media Trolling: हाल ही में हुई चूक के कारण सोशल मीडिया पर मौसम विभाग की पूर्वानुमान को लेकर खूब ट्रोलिंग हुई. इस पर मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामानी ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की.
IMD On Social Media Trolling: मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान और भविष्यवाणी मानसून को लेकर भले ही सटीक ना रही हों, लेकिन ज्यादातर मौकों पर मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट ही देश में आपदा के समय लोगों को सही वक्त पर चेतावनी देकर बचाने का काम करते हैं. लेकिन हाल ही में हुई चूक के कारण सोशल मीडिया पर मौसम विभाग के पूर्वानुमान को लेकर खूब ट्रोलिंग हुई. मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामानी ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में इस मामले को लेकर खुलकर बात की.
जेनामानी ने कहा, "हमें काम करते हुए बहुत साल हो गए, लेकिन कभी ट्रोलिंग नहीं हुई. जून और जुलाई में गर्मी बहुत थी, लोग परेशानी में थे ऐसे में परेशान लोग क्या करते. हम ट्विटर को देखते हैं, फॉलो करते हैं. कौन क्या लिख रहा है. हमारा स्किल भविष्यवाणी का है और भविष्यवाणी गलत भी हो सकती है. भविष्यवाणी कोई भी हो चाहे, मेडिकल की या एग्रीकल्चर की, गलत हो सकती है, क्योंकि ये फैक्ट नहीं है. पूरे विश्व में ऐसा ही है."
मौसम विभाग ने स्वीकार की अपनी भूल
जीनामानी कहते हैं कि अगर हमसे कोई गलती हो जाती है, तो हम मानते हैं. हम सभी पब्लिक सर्विस करते हैं, ऐसे में भूल भी स्वीकारते हैं. बीते दिनों 11 और 12 जुलाई को काले बादल बन गए थे, लेकिन बारिश नहीं हुई तो हमारे लिए भी सोचने की बात है. लेकिन गलती सिर्फ दिल्ली की भविष्यवाणी में हुई. हरियाणा और पंजाब का अनुमान ठीक था.
दरअसल मानसून का आगमन केरल से 3 जून को था, उस समय तक मानसून की रफ्तार अच्छी थी. 19 जून तक मानसून राजस्थान पहुंच गया था, लेकिन उसके बाद मौसम भवन ने पूर्वानुमान किया कि यह कमज़ोर मानसून रहने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि हीट वेव बढ़ गई थी और तापमान भी बढ़ता जा रहा था. 8 जुलाई से सामान्य मानसून होना था, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ. दिल्ली में 15 जून तक मानसून की दस्तक का पूर्वानुमान था, लेकिन 14 जून को यह नोट किया गया कि प्रोग्रेस धीमी हो गई है.
मौसम विभाग के अनुसार 19 सालों में पहली बार मानसून दिल्ली में इतना देरी से आया है, इससे पहले 2002 में मानसून 19 जुलाई तक आया था.
कब आएगी मानसून में तेजी, कौन से राज्यों को दिया जा सकता है रेड अलर्ट ?
बीते दिन 9 से 10 सेंटीमीटर तक बहुत अच्छी बारिश हुई. 17 जुलाई से 19 जुलाई तक अच्छी बारिश होगी. हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड में भी अच्छी बारिश होगी.
पहाड़ी इलाकों उत्तराखंड और हिमाचल में तेज़ बारिश का अनुमान है, गंभीर बारिश हो सकती है. अभी ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, रेड अलर्ट 17 या 18 जुलाई को जारी किया जा सकता है.