Weather Forecast: लो विजिबिलिटी, कोहरा ही कोहरा फ्लाइट डिले, ट्रेनों की थमीं रफ्तार
IMD Weather Forecast: खराब मौसम का असर फ्लाइट और ट्रेनों पर देखने को मिल रहा है. सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है. दिल्ली में ठंड को लेकर ऑरेंड अलर्ट जारी किया गया है.
IMD Weather Forecast: दिल्ली-NCR समेत पूरा उत्तर भारत इस समय कड़ाके की ठंड के साथ-साथ घने कोहरे की चपेट में है. दिल्ली एनसीआर के इलाकों में शुक्रवार (3 जनवरी 2025) को विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम है, जिसका असर फ्लाइट सेवा पर भी पड़ा है. दिल्ली एयरपोर्ट पर कोहरे के कारण एयर ट्रैफ़िक बहुत धीमा हो गया है. फिलहाल यहां उड़ानों में 15 से 45 मिनट की देरी की संभावना बताई जा रही है. हालांकि अब तक दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग को लेकर कोई डाइवर्जन नहीं है.
दिल्ली में फिर होगी बारिश
आईएमडी के पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है और न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा. दिल्ली-NCR में 8 जनवरी तक कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि 6 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है. शुक्रवार का दिन दिल्ली के लिए लगातार पांचवां ठंडा दिन रहा.
कोहरे की वजह से कई फ्लाइट्स प्रभावित
स्पाइसजेट ने बताया कि खराब मौसम के कारण अमृतसर और गुवाहाटी आने-जाने वाली सभी उड़ानें प्रभावित हुई हैं, जबकि इंडिगो ने दिल्ली, अमृतसर, लखनऊ, बेंगलुरु और गुवाहाटी रूट का विशेष ध्यान रखते हुए परामर्श जारी किया है. एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अपनी यात्रा की प्लानिंग से पहले फ्लाइट के टाइम टेबल जरूर चेक कर लें. वहीं कोहरे की वजह से कम विजिबिलिटी होने पर उड़ानें रद्द भी सकती है.
सड़कों पर रेंग रही गाड़ियां
दिल्ली आने वाली और यहां से रवाना होने वाली ट्रेनों भी देरी से चल रही है, तो वहीं कुछ रूटों पर चलने वाली ट्रेनों को समय बदल दिया गया है. घने कोहरे की वजह से सड़कों पर गाड़ियां रेंगती नजर आ रही है. मौसम विभाग ने दिल्ली एनसीआर में ठंड को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश 4 से 7 जनवरी तक बर्फबारी, जिसमें 5 और 6 जनवरी को बारिश हने की संभावना जताई गई है. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में भी 5 जनवरी को भारी बर्फबारी की भविष्यवाणी की गई है. हीं पूर्वोत्तर के राज्यों अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों में जमीन पर पाले की स्थिति बनी रहेगी.