IMF ने अपने एक रिपोर्ट में कहा कि कोरोना के दौरान भारत में गरीबी बढ़ सकती थी लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार PMGKY यानी पीएम गरीब कल्याण योजना ने देश में गरीबी पर लगाम लगाने में काफी मदद की है. दरअसल बीते 2 सालों में कोरोना महामारी के कारण कई देशों में महंगाई चरम पर पहुंच गई है और लोगों को भूखमरी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में  IMF ने अपने एक रिपोर्ट में पीएम गरीब कल्याण योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना के तहत भारत में पिछले 2 साल से 80 करोड़ लोगों को राशन दिया जा रहा है.  


रिपोर्ट में कहा गया कि एक तरफ दुनिया के कई देश गरीबी से जूझ रहे हैं वहीं भारत में मोदी की इस अभिनव योजना से गरीबों को बचाया जा सका है. इसकी मदद से ज्यादा बढ़ने वाली गरीबी को भी मिटाया जा सका है. दरअसल पीएमजीकेवाई योजना की शुरुआत 26 मार्च साल 2020 में हुई थी. हालांकि इस साल के सितंबर में इस योजना को बढ़ाया गया. 


ये योजना गरीबों को दे रही है लाभ 


इस योजना के तहत देश में आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को हर महीने 5 किलो गेहूं, 5 किलो चावल, दाल, नमक और सरसों का तेल दिया जाता है. जबकि, ज्यादा गरीब परिवारों को इन सामानों के अलावा भी सरकार एक किलो चीनी दे रही है. 


आईएमएफ के रिपोर्ट से सामने आया है कि साल 2019 तक भारत के अत्यंत गरीबी का स्तर 1 फीसदी से कम था. जिसे कोविड के लहरों के दौर में भी बरकरार रखा गया. रिपोर्ट ने कहा कि गरीबी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ने बहुत ही खास रोल अदा किया है. साथ ही कोरोना की वजह से पड़े आर्थिक दबाव औऱ गरीबों को बड़ा झटका लगने से रोकने में भी योजना ने मदद की.


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