कोविड-19 से लड़ने के भारत सरकार के उपायों का IMF ने किया स्वागत, कहा- दूसरी लहर का अर्थव्यवस्था पर पड़ा बुरा असर
गेरी राइस ने कहा कि दूसरी लहर और इससे जुड़ी पाबंदियों के कारण भारत की आर्थिक गतिविधियां काफी प्रभावित हुई हैं.आईएमएफ अगले महीने जारी होने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत की वृद्धि दर की समीक्षा करेगा.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने गुरुवार को भारत सरकार की हालिया घोषणा का स्वागत किया, जिसमें कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण और आवश्यक दवाओं का उत्पादन तेज करने की बात कही गई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को घोषणा की थी कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार 21 जून से राज्यों को कोरोना वायरस का टीका मुफ्त में मुहैया कराएगी. उन्होंने कहा था कि आगामी दिनों में कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए देश में टीके की आपूर्ति बढ़ाई जाएगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कम समय में कोविड-19 के दो स्वदेशी टीकों का निर्माण कर तथा 23 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगवाकर अपनी क्षमता साबित की है. आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने पाक्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘टीकाकरण का दायरा एवं पहुंच बढ़ाने की भारत सरकार की घोषणा का आईएमएफ स्वागत करता है. इस मुद्दे पर सरकार की घोषणा का हम स्वागत करते हैं.’’
राइस ने कहा कि दूसरी लहर और इससे जुड़ी पाबंदियों के कारण भारत की आर्थिक गतिविधियां काफी प्रभावित हुई हैं. आईएमएफ अगले महीने जारी होने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत की वृद्धि दर की समीक्षा करेगा. राइस ने कहा, ‘‘भारत की अर्थव्यवस्था इसके आकार एवं क्षेत्रीय जीडीपी के कारण विश्व अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है.’’
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