Immersing with Indian Thoughts: अब भारत से 'ज्ञान' लेगा तालिबान! दोनों देशों के बीच हुआ कुछ ऐसा समझौता
India-Taliban: भारत की तरफ से कराया जा रहा ये कोर्स विदेशी अधिकारियों को भारत के कारोबारी माहौल की गहरी समझ के बारे में बताएगा. भारत की सांस्कृतिक को भी इसमें जोड़ा गया है.
Immersing with Indian Thoughts: भारत ने तालिबान के राजनयिकों को ट्रेनिंग देने के लिए एक कोर्स एग्रीमेंट (Course Agreement) पर हस्ताक्षर किया है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (Indian Institute of Management) की तरफ से आयोजित किए जा रहे 'इमर्सिंग विथ इंडियन थॉट्स' (Immersing With Indian Thoughts) में पहली बार काबुल में तालिबान सरकार के सदस्य चार दिवसीय इस ऑनलाइन कोर्स में हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय की तरफ से आईआईएम कोझिकोड के माध्यम से इस कोर्स को पेश किया जा रहा है.
बता दें कि, कई अन्य देशों के प्रतिनिधि भी इस ऑनलाइन कोर्स में भाग ले रहे हैं. इसकी शुरुआत मंगलवार (14 मार्च) से हो रही है. इस कोर्स के लिए इंडियन टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन की मदद से सभी भागीदार देशों को आमंत्रित किया गया था. यह कार्यक्रम अराजकता के गुप्त आदेश की गहरी समझ को बढ़ाने में मदद करेगा और भारत के कारोबारी माहौल की सराहना करेगा.
कोर्स में क्या-क्या होगा शामिल
इमर्सिंग विथ इंडियन थॉट्स का आयोजन करने वाले ने यह भी कहा कि प्रतिभागियों को भारत के आर्थिक वातावरण, सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक पृष्ठभूमि और बहुत कुछ का अनुभव करने और सीखने का अवसर मिलेगा. इसके अलावा उपभोक्ता मानसिकता और व्यावसायिक जोखिमों के बारे में भी सिखाया जाएगा. आईटीईसी वेबसाइट अनुसार, इसमें मैक्सिमम 30 प्रतिभागी होंगे. इनमें सरकारी अधिकारी, व्यापारिक नेता और बिजनेसमैन शामिल होंगे.
ऑनलाइन होगा पूरा कोर्स
इस कोर्स से परिचित लोगों ने कहा कि काबुल के कई प्रतिभागी पाठ्यक्रम में भाग ले रहे हैं क्योंकि यह ऑनलाइन है. तालिबान से किसी को भी भारत की यात्रा करने की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि तालिबान शासन को अलग-थलग करने के बजाय शिक्षित करना बेहतर है. इसलिए उन्हें भी इसके लिए आमंत्रित किया था. इस कोर्स में उन्हें कई चीजे सिखाई जाएंगी.
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