नई दिल्ली: कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में गर्भवती और प्रसव के बाद ज्यादा महिलाओं की मौत हुई है. ये खुलासा इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की स्टडी में हुआ है. गर्भवती महिलाओं और बच्चे को जन्म देने के तुरंत बाद की महिलाओं को लेकर आईसीएमआर ने हाल में एक स्टडी की है. इसमें कोरोना की पहली और दूसरी लहर में आये केस औए मृत्यु की तुलना की है. कुल 1530 महिलाओं पर ये स्टडी हुई इसमें पहली वेव की 1143 और दूसरी वेव की 387 महिलाएं स्टडी में शामिल की गई हैं.
इस स्टडी में पाया गया कि पहली लहर में 387 में से 111 सिम्प्टोमैटिक केस थे यानी इनमें सिम्प्टोमेटिक केस 14. फीसदी थे जबकि दूसरी लहर में 1143 में से 162 सिम्प्टोमैटिक थे जोकि 28.7 फीसदी है. यानी पहली वेव की तुलना में दूसरी कोरोना वेव में सिम्प्टोमैटिक केस ज्यादा आए.
पहली लहर में जहां मृत्युदर 0.7 फीसदी थी वहीं दूसरी लहर में ये बढ़कर 5.7 फीसदी हो गई. हालांकि दोनो लहर में मैटर्नल डेथ 2 फीसदी रहा. आईसीएमआर के मुताबिक, ये स्टडी कोविड-19 के खिलाफ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के टीकाकरण के महत्व को रेखांकित करता है.
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