National Flag Of India: राष्ट्रीय ध्वज किसी देश का ऐसा प्रतीक होता है जिसके प्रति उस देश के लोग सम्मान और समर्पण का भाव रखते हैं. राष्ट्रीय ध्वज दुनियाभर में देश की पहचान का प्रतिनिधित्व करता है. हमारा ध्वज शांति और भाईचारे की सोच लिए ना सिर्फ वर्तमान भारत की प्राथमिकता को दर्शाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति की महान विरासत को संजोकर भी रखता है. दुनियां के कई देशों के ध्वज जहां धार्मिक आधार पर बनाए गए हैं वहीं भारत का राष्ट्रीय ध्वज अनेकता में एकता का प्रतिनिधित्व करता है.
हमारा राष्ट्रीय ध्वज देश के लिए दिए गए बलिदानों का प्रतीक है. इसके सम्मान के लिए अनगिनत लोगों ने हंसते-हंसते अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. ऐसे में देश के ध्वज का सम्मान हर कोई करता है. राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की बनावट,आकार और रंग सबका विशेष महत्व और बेहद खास संदेश है. अपनी इस स्टोरी में हम तिरंगे के आकार, बनावट और उनके महत्व से आपको परिचित कराएंगे.
राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग और उनका महत्व
हमारा ध्वज तीन रंगों की पट्टियों से बना है. जिनमें ऊपर से नीचे के क्रम में केसरिया, सफेद और हरा रंग है. इसके अलावा ध्वज के बीचों-बीच सफेद रंग की पट्टी में सारनाथ स्थित अशोक स्तंभ से लिए गए 24 तीलियां बने नीले रंग के चक्र को दर्शाया गया है.
ध्वज में केसरिया रंग 'शक्ति और साहस' का ,सफेद रंग शांति और सच्चाई का और हरा रंग धरती की उर्वरता, वृद्धि और शुभता का प्रतीक है. इसके अलावा बीच में बना अशोक चक्र यह दर्शाता है कि 'गति में जीवन है और स्थायित्व में मृत्यु' और यह जीवन की गतिशीलता का संदेश देता है.
राष्ट्रीय ध्वज का आकार-
राष्ट्रीय ध्वज का मानक आकार लंबाई और चौड़ाई के अनुपात में 3:2 रखने का प्रावधान है. इसमें बने तीनों रंगो की पट्टियां क्षैतिज हैं. मानक ध्वज को बनाने के लिए खादी का प्रयोग किया जाता है.
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