मध्य प्रदेश में सरकार के संकट का अहम दिन, आज होगी कांग्रेस-बीजेपी दोनों के विधायक दलों की बैठक
मध्य प्रदेश में बदलते सियासी समीकरण के बीच भारतीय जनता पार्टी ने भी अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है.कमलनाथ सरकार के 28 में से 22 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है.
नई दिल्ली: आज होली है, सारा देश होली की मस्ती में डूबा है लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के रंग में भंग पड़ गया है. कमलनाथ अपनी सरकार बचाने के संकट से गुजर रहे हैं. बीती रात कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने उन्हें इस्तीफा सौंप दिया. कमलनाथ सरकार के 28 में से 22 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के मंत्री बैठक में शामिल नहीं हुए. ज्योतिरादित्य नाराज हैं, उनके 17 समर्थक मंत्री और विधायक बेंगलूरु में हैं. ज्योतिरादित्य को मनाने की कोशिश जारी है वहीं बीजेपी भी 'ऑपरेशन लोटस' के मिशन में जुटी है. अब सवाल ये है कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार रहेगी या जाएगी? सूत्रों से खबर है कि बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा की सीट ऑफर की है.
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण पर बयान जारी किया है. कमलनाथ ने कहा, ''मेरे लिए सरकार होने का अर्थ सत्ता की भूख नहीं, जन सेवा का पवित्र उद्देश्य है. पंद्रह सालों तक बीजेपी ने सत्ता को सेवा का नहीं भोग का साधन बनाए रखा था. वो आज भी अनैतिक तरीके से मध्य प्रदेश की सरकार को अस्थिर करना चाहती है.''
मध्य प्रदेश में आज क्या?
भोपाल में आज शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. नए सिरे से कमलनाथ सरकार का गठन होगा. इसके अलावा भोपाल में शाम 6 बजे बीजेपी विधायक दल की भी बैठक होगी.
अमित शाह के घर हुई बीजेपी नेताओं की बैठक
मध्य प्रदेश में बदलते सियासी समीकरण के बीच भारतीय जनता पार्टी ने भी अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. गृह मंत्री अमित शाह के दिल्ली आवास पर देर रात बैठक हुई. अमित शाह के घर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे. इस बीच, राज्यपाल लालजी टंडन ने भी अपनी छुट्टियां रद्द कर दी हैं.
यहां बता दें कि मंगलवार को बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है. ऐसे में जानकारी है कि शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है. माना जा रहा है कि बीजेपी विधानसभा सत्र की शुरुआत में ही कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है.
सीएम कमलनाथ ने देर रात की कैबिनेट की बैठक
सोमवार की देर रात राज्य में चल रहे सियासी संकट को लेकर कमलनाथ ने कैबिनेट की बैठक बुलाई. बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा, ''सौदेबाजी की राजनीति एमपी के हित के सात कुठाराघात है. मेरे लिए सरकार होने का मतलब सत्ता की भूख नहीं है. मेरा जन सेवा का पवित्र उद्देश्य है. पंद्रह वर्षों तक बीजेपी ने सत्ता को सेवा का नहीं भोग का साधन बनाए रखा था वो आज भी अनैतिक तरीके से मध्यप्रदेश की सरकार को अस्थिर करना चाहती है. सरकार को अस्थिर करने वालों को सफल नहीं होने दूंगा.''
यह भी पढ़ें-
बिहार चुनाव: महागठबंधन के सूत्रों का दावा- तेजस्वी यादव की CM उम्मीदवारी अभी तक तय नहीं