Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान में पूर्व PM इमरान खान (Imran Khan) की गिरफ्तारी के बाद वहां बवाल मचा हुआ है. इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थक आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं. रावलपिंडी, लाहौर, पेशावर, इस्लामाबाद समेत कई शहरों में हिंसा जारी है. जगह-जगह PTI कार्यकर्ताओं की पाकिस्तानी पुलिस और रेंजर्स के साथ खूनी-झड़प हो रही हैं. इंटरनेट सर्विस बैन कर दी गई है. इस तरह हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं, ऐसा लग रहा है जैसे पाकिस्तान में गृहयुद्ध छिड़ गया हो. लोगों को आशंका है कि स्थिति नहीं संभली तो वहां मार्शल लॉ लागू कर दिया जाएगा.


सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में लोकतंत्र की बहाली की दुहाई दी जा रही है. वहां मचे बवाल पर कई भारतीय राजनेताओं के बयान आए हैं. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और J&K नेशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि एक स्थिर पाकिस्तान भारत के लिए काफी जरूरी है. 




'वहां के हालात बिगड़ना हमारे लिए खतरनाक होगा'
फारूख अब्दुल्ला ने आज बुधवार (10 मई) को कहा, "अस्थिर पाकिस्तान उसके सभी पड़ोसी के लिए खतरनाक है. मैं चाहता हूं कि वहां लोकतंत्र फिर से स्थापित हो." उन्होंने कहा- वो मुल्क हमारा पड़ोसी है और वहां के हालात बिगड़ना हमारे लिए खतरनाक होगा. हम ये कामना करते हैं कि वहां जल्द सुधार हो, ताकि लोग शांतिपूर्ण जीवन जी सकें.


अब्दुल्ला बोले- हमारे यहां भी होने हैं चुनाव लेकिन कब?
फारूक अब्दुल्ला ने भारतीय उपमहाद्वीप में स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान के साथ जल्द बातचीत शुरू करने की भी वकालत की. फारूक ने कहा कि हमें पड़ोसी से रिश्ते सुधारने होंगे. इसके अलावा प्रदेश के बारे में उन्होंने कहा यदि यहां हालात ठीक हैं तो सरकार को चुनाव कराने से किसने रोका है?




फारूक ने कहा कि यह निर्वाचित सरकार का समय है. जब भाजपा नेता सार्वजनिक रूप से घोषणा करते हैं कि चुनाव में 50 सीटें जीतेंगे, तो उन्हें लोकतांत्रिक अभ्यास करने से दिक्कत नहीं होनी चाहिए.


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