नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कोई अच्छा काम शायद ही किसी याद हो लेकिन उनकी गलतियों की लिस्ट इतनी लंबी है कि कोई चाह कर भी नहीं भुला सकता. हाल ही में इमरान खान फिर ऐसी गलती कर बैठे हैं जिससे चलते उन्हें ट्विटर पर ट्रोल किया गया. दरअसल इमरान खान ने ट्विटर पर नोबल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर की कही बात को खलील जिब्रान का बता कर ट्वीट कर दिया.


इमरान खान ने ट्वीटर पर एक तस्वीर शेयर की जिस पर लिखा था, ''मैं सो गया और सपना देखा कि जीवन आनंदमय था. मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है. मैंने सेवा की और पाया कि सेवा ही खुशी थी'' इन लाइनों को इमरान खान ने लेबनानी-अमेरिकी लेखक खलील जिब्रान का बताया जबकि ये रविंद्रनाथ टैगोर की हैं.


इसके बाद इमरान खान ट्विटर पर ट्रोल होना शुरू हो गए. भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के लोगों ने ट्विटर पर इमरान खान को सच बताया. ट्विटर पर जियो न्यूज़ के मैनेजिंग डायरेक्टर अजहर अब्बास ने लिखा, ''प्रधानमंत्री, मुझे लगता है ये टैगोर के शब्द हैं.''





पाकिस्तान से निर्वासित पत्रकार ताहा सिद्दीकी लिखा, ''हम सभी को पता है कि आपकी जीत में व्हाट्सएप का अहम योगदान था. लेकिन ऑनलाइन मिलने वाली जानकारी को शेयर करना बंद करिए, खासकर तब जब वे गलत हों. इसी की तरह, जिसे खलील जिब्रान ने नहीं बल्कि रविंद्रनाथ टैगोर ने लिखा है.''





हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के दौरान इमरान खान का एक 'उठक बैठक' करता हुआ वीडियो वायरल हुआ था. दरअसल जब ब्रिश्केक में एक कार्यक्रम के दौरान जब सभी नेता रूस के राष्ट्रपति के स्वागत में खड़े थे तब इमरान खान बैठे रहे. पाकिस्‍तानी पीएम ने पुतिन को देखा लेकिन वह खड़े नहीं हुए. इमरान के इस बर्ताव पर सवाल भी उठे और इसे लेकर भी ट्विटर पर ट्रोल हुए थे.