नई दिल्लीः भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के महानायक थे. पाकिस्तान से अलग करके बांग्लादेश के निर्माण के लिए सैम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. सैम की बहादूरी के सम्मान में भारतीय सेना ने उन्हें याद करते हुए एक ट्वीट किया है.


भारतीय सेना के इस ट्वीट को देशभर में पसंद किया जा रहा है और सैम मानेकशॉ की सराहना हो रही है. महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी सैम की बहादूरी की सराहना करते हुए ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए #SamBahadur लिखा.





भारतीय सेना की ओर से ट्वीट करते हुए कहा गया है कि फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ ने 13 दिसंबर 1971 को साफ शब्दों में पाकिस्तान को कह दिया था कि या तो वो आत्मसमर्पण करेंगे या हम उन्हें मिटा देंगे. सैम के शब्दों का काफी प्रभाव पड़ा, जिसके फलस्वरूप 93 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया.





बता दें कि देश के पहले फील्ड मार्शल सैम की बहादुरी के कई किस्से मशहूर थे, जिसके कारण उन्हें 'सैम बहादुर' कहा गया था. उन्होंने चार दशकों तक देश की सेवा की, सेना में उनका करियर ब्रिटिश इंडियन आर्मी से शुरू हुआ. इस दौरान उन्होंने पांच युद्ध भी लड़े.


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