Defence Ministry: सरकार ने सेना को आपातकालीन स्थिति (Emergency Situation) में अपनी आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण हथियार (Important Weapon) खरीदने की अनुमति दी है. इसके तहत सिर्फ मेक इन इंडिया (Make In India) वाले हथियार ही खरीदे जा सकते हैं. इस बात का फैसला सोमवार को हुई रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) की एक बैठक में लिया गया है. इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने की. सेना अब इन शक्तियों का प्रयोग फास्ट ट्रैक रूट (Fast Track Root) के तहत महत्वपूर्ण हथियार प्रणालियों को खरीदने के लिए करेगी.


जानकारी के मुताबिक सशस्त्र बलों को अपने बजटीय आवंटन से रुपये खर्च करके हथियारों को खरीदा जा सकेगा और इसके लिए रक्षा मंत्रालय की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी. इससे पहले भी सेना को आपातकालीन शक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं. इसके जरिए सेना ने अपनी तैयारियों को मजबूत किया है. आपको बता दें कि भारतीय सुरक्षा बलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए और इसको मजबूती प्रदान करने के लिए रक्षा मंत्रालय अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है.


क्या होता है इमरजेंसी पावर


इमरजेंसी पावर (Emergency Power) सेना (Army) को युद्ध के लिए बेहतर तैयारी करने के लिए किसी भी नए या मौजूद उपकरण को जल्दी से प्राप्त करने की क्षमता देती है. पाकिस्तान (Pakistan) के साथ बढ़ते तनाव के समय उरी सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) के बाद पहली बार साल 2016 में सुरक्षा बलों को जो शक्तियां दी गईं थीं, वो मई 2020 से चीन (China) के साथ चल रहे सैन्य गतिरोध को हल करने में उपयोगी साबित हुईं.


ये भी पढ़ें: Defence Vehicles: इन खतरनाक वाहनों से देश की सुरक्षा करती है भारतीय सेना, ज्यादातर कारों पर देशी कंपनियों का ठप्पा


ये भी पढ़ें: Missile Test: जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल VL-SRSAM का सफल परीक्षण, सीमा पर हवाई खतरों को बेअसर करने में सक्षम