Chhattisgarh: मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छत्तीसगढ़ से IAS अधिकारियों को ED ने किया गिरफ्तार, मिला था करोड़ों का कैश
प्रवर्तन निदेशालय ED ने छत्तीसगढ़ में तीनों लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (PMLA) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है. छत्तीसगढ़ में कई छापे मारने के बाद इन अधिकारियों की गिरफ्तारियां हुई.
Enforcement Directorate: प्रवर्तन निदेशालय ED ने छत्तीसगढ़ में मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में छापेमारी के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी समीर विश्नोई और दो और लोगों को (13 अक्टूबर) गुरुवार को गिरफ्तार किया. ED के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि फेडरल एजेंसी ने राज्य की राजधानी रायपुर से इंद्रमणि समूह के कारोबारी सुनील अग्रवाल और फरार चल रहे कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के रिश्तेदार लक्ष्मीकांत तिवारी को सुबह हिरासत में ले लिया.
तीनों लोग हुए गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय ED ने छत्तीसगढ़ में तीनों लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (PMLA) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और बाद में उन्हें एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ED उनकी हिरासत के लिए अनुरोध करने वाली है. एजेंसी ने बुधवार को रायपुर में स्थित ‘छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी’ के CEO विश्नोई से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की थी.
छापे मारने के बाद हुई गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ के सरकारी अधिकारियों, व्यवसायियों और निजी संस्थाओं के बीच गठजोड़ और राज्य में ट्रांसपोर्टर से ‘‘अवैध उगाही’’ करने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एजेंसी ने 11 अक्टूबर मंगलवार को छत्तीसगढ़ में कई छापे मारने के बाद इन अधिकारियों की गिरफ्तारियां हुई. एजेंसी ने IAS अधिकारी और रायगढ़ जिलाधिकारी रानू साहू के आवास को भी सील कर दिया था क्योंकि, वह छापेमारी के दौरान वहां मौजूद नहीं थीं. साहू ने एजेंसी को सूचित किया कि उनकी कोई ईलाज चल रहा है और उन्होंने जांच में सहयोग का आश्वासन दिया.
कब हुई थी छापेमारी
उच्च अधिकारी सूत्रों के अनुसार, खनिज विभाग के अधिकारी सोमवार को राज्य के कोल ब्लाक की नीलामी को लेकर सेंट्रल ऑफिसर के साथ मिल कर बैठक कर रहे थे. उसी समय ED की टीम उनके घर का पता भी तलाश रही थी. बाहरी राज्य से पहुंचे ED अधिकारियों ने सोमवार देर रात तक सभी ठिकानों की खोजबीन पूरी कर ली थी और 11 अक्टूबर मंगलवार सुबह 6 बजे पहुंच कर एक साथ सभी जगहों पर धावा बोल दिया.
छापेमारी में मिले करोड़ो के सम्पति और कागजात
छत्तीसगढ़ में कई छापे मारने के बाद ED के अधिकारियों को छापेमारी वाली जगह से 4 करोड़ नगद कैश और जमीन के दस्तावेज भी मिले हैं. IAS अधिकारियों ने हाल ही में धमतरी के कुस्र्द में जमीन में निवेश किया है. यह जमीन रायपुर से विशाखापट्टनम भारत माला प्रोजेक्ट के रास्ते में खरीदी गई है. जांच में ED की टीम को जमीन के दस्तावेज भी मिले हैं. गौरतलब है कि ED के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से आए पांच डिप्टी डायरेक्टर और एक दर्जन से ज्यादा असिस्टेंट डायरेक्टरों की मौजूदगी में जांच चल रही थी.
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