Coimbatore's Pregnant Woman Stomps on Tubelights: यौन शोषण (Sexual Harassment) के बढ़ते मामलों से आजिज आकर कोयंबटूर की एक पंरपरागत कला प्रेमी महिला ने इसके खिलाफ सख्त कानून की मांग के लिए अनोखा तरीका अपनाया. रविवार 12 जून को इस प्रेग्नेंट महिला ने ढोल-नगाड़ों के साथ नंगे पांव 30 से अधिक ट्यूबटाइट्स तोड़ डाली. इसके जरिए उन्होंने एक पंथ दो काज वाला काम किया है,एक तरफ उन्होंने यौन शोषण के खिलाफ सख्त कानून लाने की मांग की तो दूसरी तरफ उन्होंने विश्व रिकॉर्ड (World Book of Records) बनाने के लिए इस काम को अंजाम दिया.
साढ़े तीन सेकेंड में तोड़ डाली ट्यूब लाइट्स
प्रेग्नेंट प्रकालक्ष्मी देश में यौन शोषण के बढ़ते मामलों को लेकर चितिंत हैं. यौन शोषण के खिलाफ सख्त कानून की मांग को लेकर उन्होंने 30 फ्लोरोसेंट (fluorescent ) ट्यूब लाइट को नंगे पैर तोड़ा ही नहीं बल्कि उस पर चलकर भी दिखाया. उन्हें एक फ्लोरोसेंट ट्यूब लाइट को तोड़ने में 3.55 सेकेंड का वक्त लिया. इस दौरान लोगों का ध्यान खींचने के लिए लगातार ड्रम भी बजाती रहीं. अपने इस अनोखे काम के जरिए उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों को ध्यान खींचने के साथ यौन शोषण पर सख्त कानून बनाने की मांग की. उनका मानना है कि यौन अपराधों और शोषण को रोकने के लिए भारतीय दंड संहिता में और कठोर प्रावधान किए जाने चाहिए. नंगे पैर ट्यूब लाइट तोड़ कर उन्होंने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी जगह बनाने की कोशिश की.
महिला के पति ने भी किया सर्पोट
प्रकालक्ष्मी के इस काम में उनके पति कालेरसन ने भी सर्पोट किया. यह इंवेट उनके पति ने फिनिक्स वर्ल्ड बुक रिकॉडर्स (Phoenix World Books Records) के सहयोग से आयोजित किया था. फिनिक्स वर्ल्ड बुक रिकॉडर्स के कर्मचारियों ने प्रकालक्ष्मी के इस काम को रिकॉर्ड में लेने के साथ ही उन्हें सर्टिफिकेट के साथ एक बुक देकर सम्मानित किया. इस कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि प्रकालक्ष्मी की यह कोशिश सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. प्रकालक्ष्मी के पति कालेरसन स्टूडेंट्स को तमिलनाडु की परंपरागत कलाओं ओईलाट्टम (Oyilattam), करकट्टम (Karakattam,) और ढोल बजाने की फ्री कोचिंग देते हैं.
ये भी पढ़ें:
Mumbai News: घाटकोपर इलाके में 7 साल की बच्ची से यौन शोषण, पकड़ा गया 35 वर्षीय टेम्पो चालक