नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में अब तक बिजली की सुविधा से वंचित चार करोड़ गरीब परिवारों को 2018 तक मुफ्त बिजली कनेक्शन देने वाली सौभाग्य (प्रधानमंत्री सहज हर घर बिजली योजना) योजना का सोमवार को शुभारंभ किया. इस पर 16320 करोड़ रुपये की लागत आएगी. सौभाग्य योजना को पेश करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘ यह 16000 करोड़ रुपये गरीबों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लाने में खर्च किए जाएंगे. यह राशि गरीबों के जीवन में उजाला लाने के लिए खर्च होंगे.’’


70 साल बाद भी हमारे देश में चार करोड़ घर ऐसे हैं जहां बिजली नहीं: पीएम मोदी


पीएम मोदी ने खेद प्रकट किया कि आजादी के 70 साल बाद भी हमारे देश में चार करोड़ घर ऐसे हैं जहां बिजली नहीं है. देश में 25 करोड़ घर है और इसमें से चार करोड़ घरों यानि करीब 25 फीसदी घर में बिजली नहीं है. वे 18वीं शताब्दी में गुजारा कर रहे हैं. आप कल्पना कर सकते हैं कि उनकी जिंदगी कैसी होगी. बिजली के अभाव में सुख सुविधाएं तो छोड़िए, महिलाओं पर उजाले में ही काम खत्म करने का दबाव रहता है और घर से निकलने में भी समस्या होती थी. सौभाग्य योजना के तहत सरकार ऐसे ही घरों को बिजली कनेक्शन से जोड़ेगी. गरीब को बिजली कनेक्शन के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, उन्हें घर पर मुफ्त बिजली कनेक्शन प्रदान किया जाएगा.


दिसंबर 2018 तक सभी घरों को बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य


सौभाग्य योजना के तहत दिसंबर 2018 तक सभी घरों को बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत दिसंबर 2018 तक सभी घरों को बिजली उपलब्ध करा दी जाएगी. पीएम मोदी ने कहा कि सभी घरों को बिजली पहुंचाने के लिए प्री-पेड मॉडल अपनाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘ यह हमारी कार्यपद्धति का तरीका है और हम देश में ऊर्जा क्रांति की दिशा में पहल कर रहे हैं.


पीएम मोदी ने कहा कि पहले टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज आता थी कि कोयला नहीं है, बिजली नहीं है लेकिन अब स्थिति बदल गई है और अब देश बिजली की सरप्लस राष्ट्र के रूप में उभरा है. उन्होंने कहा कि नासा ने 2012 में भारत का रात का एक फोटो लिया था और उस फोटो में भारत अंधेरे में दिखा...एक फोटो 2016 का भी है जिसमें भारत उजाले में दिख रहा है...यह ऊर्जा के क्षेत्र में बदलती भारत की तस्वीर है.


पीएम मोदी ने 100 करोड़ रुपये का स्टार्टअप शुरू करने का सुझाव दिया


गौरतलब है कि 2012 में केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार थी जबकि 2019 में मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर रही है. प्रधानमंत्री ने तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम से 100 करोड़ रुपये का स्टार्टअप शुरू करने का सुझाव दिया जिसके तहत इलेक्ट्रिक खाना पकाने के उपकरण तैयार किए जा सके. इस पहल से युवाओं को जोड़ने को भी कहा .


पीएम मोदी ने कहा कि तीन साल पहले जिन 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी उनमें से अब तीन हजार से भी कम गांव बिना बिजली के रह गए हैं . भारत बिजली के मामले में घाटे से उबरकर सरप्लस की तरफ बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में हमारे प्रयासों की वजह से सौर ऊर्जा की दर कम होकर 2.44 रुपये प्रति यूनिट तक नीचे आ गई.


प्रधानमंत्री ने कहा कि एलईडी बल्बों के इस्तेमाल से परिवारों को 13,700 करोड़ रुपये की बचत हुई है. एलईडी बल्ब की कीमत फरवरी 2014 के 310 रुपये से कम होकर सितंबर 2017 में 40 रुपये पर आ गई. उन्होंने तेल के आयात को कम करने की दिशा में पहल का आह्वान किया ताकि मध्यम वर्ग और गरीबों की जिंदगी में बदलाव लाया जा सके.