In Details: दिल्ली से अयोध्या के बीच भी रफ्तार भरेगी बुलेट ट्रेन, सिर्फ तीन घंटों में पूरा होगा सफर
अगर आप दिल्ली से सुबह 6 बजे चलेंगे तो 3 घंटे में ये यात्रा करके सुबह 9 बजे तक अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन भी कर सकेंगे. उम्मीद की जा रही है कि 2024 तक इस लाइन पर हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा. गुजरात में 95% ज़मीन का अधिग्रहण हो चुका है.
नई दिल्ली: देश में हाई स्पीड यानि बुलेट ट्रेन की शुरुआत 2024 के आम चुनाव से पहले हो जाने की उम्मीद है. साल 2024 में बुलेट ट्रेन का सिर्फ गुजरात के अंदर ट्रायल रन किया जाएगा, लेकिन जल्द ही देश के आठ नए रूट्स के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का काम शुरू हो गया है. इनमें दिल्ली से अयोध्या का रूट भी है. यानी दिल्ली से भगवान राम की नगरी अयोध्या पहुंचना अब कुछ घंटों का सफर हो जाएगा. हाई स्पीड ट्रेन के लिए लगभग हर जगह तेजी से काम हो रहा है. दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर का सर्वे पूरा हो चुका है. जल्द ही इसकी फ़ाइनल रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप दी जाएगी. कोशिश है कि इस रूट को भगवान राम की नगरी अयोध्या तक बढ़ा दिया जाए.
तीन घंटों में तय होगा 930 किलोमीटर का सफर
men 2030 तक दिल्ली-वाराणसी-अयोध्या रूट पर हाई स्पीड ट्रेन शुरू हो सकती है और ऐसे में 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौडने वाली हाईस्पीड बुलेट ट्रेन दिल्ली से अयोध्या के बीच के 930 किलोमीटर के फासले को 3 घंटे में तय कर लेगी. यानी अगर आप दिल्ली से सुबह 6 बजे चलेंगे तो 3 घंटे में ये यात्रा करके सुबह 9 बजे तक अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन भी कर सकेंगे.
हाईस्पीड ट्रेन के लिए गुजरात में पिछले साल से ही जोरों शोरों से काम शुरू हो चुका है. पूरे प्रोजेक्ट में से गुजरात के हिस्से में 351 किलोमीटर का हिस्सा आता है, जिसमें से 325 किलोमीटर के हिस्से में काम शुरू हो चुका है. ये काम लार्सन एंड टुब्रो कम्पनी को दिया गया है. इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, उम्मीद की जा रही है कि 2024 तक इस लाइन पर हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर अचल खरे ने कहा है कि अहमदाबाद के साबरमती डिपो से ही बुलेट ट्रेन की शुरुआत होनी है और इसका काम तेज़ी से चल रहा है.
गुजरात में 95% ज़मीन का अधिग्रहण पूरा
वड़ोदरा हाईस्पीड ट्रेन के स्टेशन का टेंडर मई के पहले सप्ताह में दे दिया जाएगा, जिसके बाद यहां काम भी शुरू हो जाएगा. इस साल के अंत तक अहमदाबाद के साबरमती से लेकर वलसाड़ के वापी तक की बुलेट ट्रेन रेल लाईन से जुड़े सभी टेंडर अवार्ड कर दिए जाएंगे. गुजरात में 95% ज़मीन का अधिग्रहण हो चुका है. महाराष्ट्र में जैसे ही ज़मीन अधिग्रहण 80% तक हो जाएगा, वहां भी सिविल के काम शुरू कर दिए जाएंगे.
महाराष्ट्र में अभी अधिग्रहण का काम 23 प्रतिशत ही हो सका है. महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वो इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है, हालांकि अभी भी कोशिश यही की जा रही है कि पूरा प्रोजेक्ट एक साथ शुरू हो. अहमदाबाद के अलावा 7 अन्य रूटों पर भी हाई स्पीड ट्रेन कारिडोर बनाने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर बनाने का काम शुरू हो चुका है.
ये नए रूट हैं-
- दिल्ली-वाराणसी
- दिल्ली-अहमदाबाद
- दिल्ली-अमृतसर
- चेन्नई-बैंगलोर-मैसूर
- मुंबई-नासिक
- मुंबई-हैदराबाद
- वाराणसी-कोलकाता
इसके अलावा मुंबई-नागपुर रूट के लिए लिडार सर्वे के जरिए काम शुरू भी हो चुका है.
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