नई दिल्ली: 21वीं सदी के विज्ञान से जरुरी नहीं है कि आप जो पैदा हुए हैं, वही जीवन भी बिताएं. ऐसा ही कुछ हुआ गुजरात की आयशा पटेल के साथ. आयशा कल आरव पटेल थे. आयशा पहले मर्द थीं लेकिन विज्ञान की मदद से अब औरत बन गई हैं. विज्ञान में औरत बनने में मदद की तो रोहन पटेल ने उन्हें औरत बनने का एहसास दिया. मर्द से औरत बनीं आयशा पटेल का कहना है कि मैं बचपन से चाहती थी औरत बनूं, मुझे लड़कियों के कपड़े पसंद आते थे. मैं गुड़ियों के साथ खेला करती थी. वहीं आयशा के पति रोहन पटेल का कहना है मैंने उससे कहा कि जो विश है वो जी ले. पहले वो घबरा रही थी लेकिन बाद में सब ठीक हो गया.
पत्नी को तलाक देकर की रोहन से शादी
आयशा की कहानी इसलिए भी खास है क्योंकि ये एक सुखी वैवाहिक जीवन बिता रही हैं. हालांकि आयशा जब रोहन थीं, उनकी शादी तब भी हुई थी जो सफल नहीं हुई क्योंकि शादी तो हो गई लेकिन वो पति कभी नहीं बन पाए. पत्नी से तलाक के बाद सोशल मीडिया के जरिए आरव की मुलाकात सूरत के रोहन पटेल से हुई. दोनों में नजदीकी बढ़ी, प्यार हुआ, फिर दोनों ने शादी कर ली. आरव ने खुद को हमेशा लड़की के तौर पर ही देखा था लेकिन हकीकत ये भी थी कि शरीर से वो पुरुष थे.
इन डॉक्टर्स ने किया कारनामा
लिहाजा शादी के बाद रोहन की प्रेरणा और मेडिकल विज्ञान की मदद से आरव ने आयशा बनने का सफर तय किया. इस काम को मुमकिन बनाया सूरत के तीन डॉक्टरों के पैनल ने जिसमें प्लास्टिक सर्जन आशुतोष शाह, रिकंस्ट्रिक्टिव यूरोजोलिस्ट डॉक्टर ऋषि ग्रोवर और GI सर्जन डॉक्टर धवल मांगुकिया शामिल हैं. इन तीनों डॉक्टरों ने आरव पटेल को आयशा पटेल बनाने में सफलता हासिल की है.
नहीं बन पाएंगी मां
हालांकि आयशा पुरुष से महिला तो विज्ञान की मदद से बन गईं लेकिन मां नहीं बन पाएंगी, लेकिन उन्हें इसका अफसोस नहीं है, वो तो बस अपने रोहन के साथ खुश हैं. रोहन पटेल का कहना है कि आगे जो भी भविष्य उसमें ऊपरवाला साथ देगा. एक ही विश है कि अब जिए और मरें एक साथ.
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