जम्मू कश्मीर: सोमवार से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, रात से सामान्य होने लगेगी टेलीफोन सेवा- सरकार
सरकार की ओर से बताया गया कि श्रीनगर समेत पूरी कश्मीर घाटी में अस्पताल खुले हैं और सारे प्रशासनिक काम हो रहे हैं सोमवार से घाटी में स्कूल भी खोल दिए जाएंगे. सरकार की ओर से दावा किया गया कि पाबंदियों के दौरान घाटी में शांति रही और एक भी गोली नहीं चली.
जम्मू कश्मीर: अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में पाबंदियां काफी कम कर दी गई हैं, सरकार ने सोमवार से हालात सामान्य होने का भरोसा जताया है. आज राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि पाबंदियों में धीरे धीरे छूट दी जा रही है. उन्होंने जानकारी दी कि सोमवार से छोटे बच्चों के स्कूल खुलने लगेंगे और जल्द ही कॉलेज भी खोले जाएंगे. उन्होंने टेलीफोन लाइन को लेकर भी बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि कल से धीरे धीरे लैंडलाइन पर लगी पाबंदी को हटाया जाएगा.
मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''आज सुबह तक पाबंदियां थी लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर गाड़ियां दौड़ रही थीं सिर्फ मुख्य मार्गों पर दुकानें नहीं खुली नहीं थीं. औपचारिक रूप से कल से आपको ढील दिखेगी, केवल श्रीनगर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में दिखेगी. कुछ इलाके हैं जहां हमें थोड़ा भय है वहां थोड़ी बहुत पाबंदियां रहेंगी. लेकिन आने वाले दो तीन दिन में आप देखेंगे कि इसमें बहुत ढील दी जाएगी. स्कूल-कॉलेज हों, यातायात हो या टेलीफोन लाइन की सुविधा हो सब में छूट दी जाएगी.''
उन्होंने कहा, ''पाबंदियां हटाने के लिए हम धीरे धीरे कदम बढ़ा रहे हैं, पहले छोटे बच्चों से स्कूल खोले जाएंगे उसके बाद कॉलेज खोले जाएंगे. इसके बाद भी हालात सामान्य रहे तो आगे भी कदम उठाए जाएंगे. हम नहीं चाहते कि किसी भी घटना के साथ हमारे बच्चों को कोई नुकसान हो.''
टेलीफोन लाइन पर लगी पाबंदियों को लेकर मुख्य सचिव ने कहा, ''सरहद के उस पार से लोगों ने भ्रामक और गलत जानकारियां देने का प्रयास किया जा रहा है. इसीलिए टेलीफोन पर पावंदी लगाने की जरूरत महसूस हुई. लेकिन धीरे धीरे अब लोग भी समझ रहे हैं. कल से लैंडलाइन खुलनी शुरू हो जाएंगी. मोबाइल के लिए अभी मैं कोई तय तारीख नहीं बता सकता लेकिन धीरे धीरे वो भी सामान्य हो जाएंगे.''
इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य सचिव ने कहा, ''जम्मू-कश्मीर में चारों ओर विकास करना सरकार का मुख्य लक्ष्य है. सरकार इस वक्त उन संगठनों के बारे में जानकारी निकाल रही है, जो भी घाटी में आतंकवाद फैलाने का काम कर रहे हैं. उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए इसके लिए सरकार की तरफ से दुनियाभर से रिकॉर्ड्स इकट्ठे किए जा रहे हैं. घाटी में किसी तरह से माहौल ना बिगड़े इसकी वजह से कुछ सर्विस पर रोक लगाई गई थी, जैसे कि फोन सर्विस या इंटरनेट सर्विस को रोक दिया गया था.''