नई दिल्ली: सरकार ने जानकारी दी कि कुडनकुलम परमाणु पावर प्लांट (केकेएनपी) की पहली यूनिट को जून 2015 में पहली बार 'रीफ्यूलिंग' के लिए बंद किया गया था. बंद किए जाने से पहले इस यूनिट से करीब 68,750 लाख यूनिट बिजली बनाई गई.
परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि 'रीफ्यूलिंग' के लिए पहली बार बंद करने के दौरान विस्तृत जांच, निगरानी परीक्षण, अनिवार्य जांच और नियमित रखरखाव किया गया.
उन्होंने कहा कि इसके बाद यूनिट को जनवरी 2016 में ग्रिड से फिर से जोड़ दिया गया. आपको बता दें की केकेएनपी तमिलनाडु स्थित भारत का सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट है जिसमें 6000 मेगवॉट बिजली उतपन्न करने की क्षमता है.