बैंगलुरू: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव वक्त से पहले कराए जाने से इनकार किया है. इसके साथ ही अगले साल से लोकसभा और राज्यों के चुनाव एक साथ कराए जाने को लेकर भी राजनीतिक सर्वसम्मति की बात कही है.
लोकसभा चुनाव अगले साल होने हैं, ऐसे में कहा जा रहा था कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव भी साथ में ही कराए जा सकते हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ चुनाव कराए जाने की वकालत कर चुके हैं.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने एक साथ चुनाव कराए जाने का विचार देश के सामने रखा है और इस पर चर्चा की बात कही है. यह तब ही हो सकता है जब कानून बने और सभी पार्टियां सहयोग करें. चुनाव आयोग को भी इस पर विचार करना होगा.''
अमित शाह ने कहा, "अगर कल सारी पार्टियां इसके लिए तैयार हो जाती हैं तो यह कल हो सकता है. यह जनप्रतिनिधित्व कानून में संशोधन से ही संभव है, जो सिर्फ संसद में ही हो सकता है. इसे चोरी छिपे नहीं किया जा सकता.''
कर्नाटक में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे
कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा के सवाल को अमित शाह ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी पूर्ण बहुमत से राज्य में सरकार बनाएगी. बता दें कि कल प्रधानमंत्री मोदी ने भी त्रिशंकु विदानसभा का आंकलन करने वाले एग्जिट पोल पर निशाना साधा था.
यूपी में एसपी-बीएसपी चुनौती नहीं
अगले लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में बीएसपी और एसपी के गठबंधन के सवाल अमित शाह ने कहा कि बीजेपी 50% वोट शेयर का लक्ष्य लेकर चुनाव लड़ेगी जिससे किसी भी चैलेंज को जीरो किया जा सके. अमित शाह ने कहा, ''इस बात का बिल्कुल भी भय नहीं है. हम इसे 50% का लक्ष्य लेकर लड़ेंगे और जीतेंगे. इस बार भी दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाएगा.''