(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
गोडसे को देशभक्त बताने पर साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की तैयारी में विपक्ष
गोडसे पर दिए बयान के बाद बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया. इसके साथ ही मौजूदा सत्र के दौरान होने वाली बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी उनके शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया.
नई दिल्ली: लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताने पर विपक्ष अब बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. कांग्रेस और सहयोगी दलों ने इसके लिए स्पीकर ओम बिरला के कार्यालय को नोटिस दिया है.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, प्रज्ञा के बयान को लेकर सदन में सत्तापक्ष की तरफ से जो सफाई दी गई उससे विपक्षी दल संतुष्ट नहीं हैं इसलिए प्रज्ञा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने का निर्णय हुआ है. एक सूत्र ने बताया कि बिरला की तरफ से अनुमति मिलने पर सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी यह निंदा प्रस्ताव रख सकते हैं.
चौधरी ने प्रज्ञा के बयान का मुद्दा बृहस्पतिवार को लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने पर उठाया और कहा कि इस तरह के बयानों की अनुमति सदन में कैसे दी जा सकती है. इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गोडसे को देशभक्त मानने वाली सोच की वह और उनकी पार्टी निंदा करते हैं.
गौरतलब है कि प्रज्ञा ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान उस वक्त विवादित टिप्पणी की थी जब डीएमके सदस्य ए राजा बोल रहे थे. प्रज्ञा की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया.
यह पहली बार नहीं है जब प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त बताया हो. इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने गोडसे को देशभक्त बता दिया था. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, ''नाथूराम गोडसे देशभक्त थे... हैं...और रहेंगे, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.'' हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी.