कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा में बजट सत्र के दौरान आरोप लगाया कि सरकार किसानों के मुद्दे पर चर्चा ही नहीं करना चाहती है. उन्होंने कहा- मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा. मैं प्रदर्शन के तौर पर बजट पर नहीं बोलूंगा. किसानों को सदन ने श्रद्धांजलि नहीं दी. मैं भाषण के बाद दो मिनट के लिए किसानों के लिए मौन रहूंगा.'' इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने मौन धारण किया.


इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने कहा कि इस तरीके का व्यवहार करना उचित और गरीमामयी नहीं है. सैनिकों के प्रति सभी का सम्मान है. सदन की गरिमा और संचाल की जिम्मेदारी हमारी है. आपकी जो मांग है वो लिख कर के दीजिए. इसके बाद राहुल गांधी ने नए कृष कानूनों को लेकर पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि इन कानूनों के चलते किसानों की खेती चली जाएगी और छोटे व्यवसाय खत्म हो जाएंगे. राहुल गांधी ने कहा कि नए कानून से ठेले, छोटे व्यापारियां का नुकसान होगा.


उन्होंने कहा कि आज हिन्दुस्तान की 40 फीसदी आबादी हिन्दुस्तान का अनाज रखता है. यह 40 लाख करोड़ का धंधा है और हिन्दुस्तान की 40 फीसदी आबादी इस पर जीती है. ऐसे में अगर एक व्यक्ति को पूरे देश का अनाज स्टोरे करने की इजाजत दे दी गई तो उसके बाद किसान से कम दाम में अनाज की खरीद होगी और ज्यादा कीमत पर उन किसानों को अनाज बेचा जाएगा.


राहुल गांधी ने कहा कि सरकार सिर्फ उन उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ही यह कानून लेकर आई है. इसके साथ ही, राहुल गांधी उन दिनों कानूनों के कंटेंट के बारे में विस्तार से लोकसभा में समझाया.


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