सूरत: प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी गुजरात के उस शहर में पहुंचे जहां के लोग उन्हें अपने परिवार का सदस्य समझते रहे. उनकी पसंद और नापसंद का पूरा ख्याल रखते रहे हैं. यही वजह है आज जब पीएम मोदी उस धरती पर पहुंचे तो खुद को रोक नहीं पाए... शहर के लोगों ने अपना पुराना प्यार दोहराया तो मोदी जज्बात के हाथों इस कद्र मजबूर हुए कि भावुक हो गए.


पीएम सुबह-सुबह सूरत में किरण मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे.  लेकिन उनके संबोधन के दौरान एक वक़्त ऐसा आया जब वो अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए.

पीएम मोदी सूरत के लोगों के प्यार के बारे में बता रहे थे, उन्होंने कहा कि जब वो सूरत के सर्किट हाउस पहुंचे तो कैसे इस शहर के लोगों ने उनके लिए खाना और नाश्ता भेजा.

पीएम ने कहा, "जब से मेरा सूरत आना तय हुआ, जिन जिन परिवारों से मेरा नाता रहा है. अब तो वो अरबपति, खरबपति हो गए हैं. कभी उनकी मां के हाथों से बाजरे की रोटी खाई है, कभी खिचड़ी खाई है. मेझे फोन क्या आया. रात को सर्किट हाउस में रुकने वाले हैं तो क्या बाजरे की रोटी भेज दूं क्या? खिचड़ी भेज दूं क्या?"

इसके आगे पीएम ने कहा, "आज सुबह में भी मुझे जो नाश्ता आया. एक परिवार ने जो सौराष्ट्र में मोटी भाखरी बनाते हैं. उनको याद था. सुबह सुबह भेज दी. उनको पता है कि पीएम को क्या खाना है या नहीं खाना है, पीएम के लिए कोई मुश्किल काम नहीं है. लेकिन ये परिवार भाव है जिसकी हर परिवार की मां ने, जिन्होंने कभी न कभी मेरी चिंता की है, वो उसी प्यार से मेरी चिंता में लगे हैं."