नई दिल्ली: उपचुनावों में ज्यादातर सीटों पर विपक्षी दलों की जीत से उत्साहित कांग्रेस ने कहा कि 'झूठ, नफरत और विभाजन की राजनीति' को जनता ने करार जवाब दिया है. पार्टी ने यह भी यह भी दावा किया कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी 'कैराना हारी है और 2019 में हिंदुस्तान हारेगी.'

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, "लोग बदलाव के लिए वोट देते हैं. झूठ, नफरत और विभाजन की राजनीति को जनता का करार जवाब है." उन्होंने कहा, "मैं कांग्रेस और विपक्षी दलों के विजेताओं को बधाई देता हूं जो एकजुट होकर लड़े."



विपक्षी पार्टियों ने लोकसभा और विधानसभा की 14 सीटों के उपचुनावों में 11 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि भगवा पार्टी और उसके सहयोगियों को केवल तीन सीटों तक ही सीमित कर दिया. विपक्षी एकजुटता के कारण बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की चर्चित कैराना लोकसभा सीट को भी गंवा दिया.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, "जिन सीटों पर उपचुनाव हुए उनमें से अधिकतर सीटें बीजेपी के पास थीं. हमें खुशी है कि ज्यादातर जगहों पर कांग्रेस के उम्मीदवार या कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार कामयाब रहे. जनादेश से स्पष्ट है कि जनता क्या चाहती है." उन्होंने कहा, "यह बीजेपी के विश्वासघात को जनता का जवाब है. बीजेपी के साम्राज्य के अंत की शुरुआत हो गई है."

प्रमोद तिवारी ने कहा, "बीजेपी सिर्फ मतों से नहीं हारी है, बल्कि उसकी नैतिक हार भी हुई है. प्रधानमंत्री जी ने मतदान से एक दिन पहले नौ किलोमीटर की सड़क का उद्घाटन किया और रोडशो किया. फिर बागपत में सभा की." उन्होंने कहा, "मोदी जी ने सारी मर्यादाओं और प्रधानमंत्री पद की गरिमा ताक पर रख दी. उनको लग रहा था कि कैराना हारे तो हिंदुस्तान हार जाएंगे. यही होगा. वो कैराना हारे हैं और 2019 में हिंदुस्तान हारेंगे."

तिवारी ने आरोप लगाया, "बीजेपी ने कैराना और नूरपुर उपचुनावों के दौरान सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश की. इसके लिए जिन्ना को भी याद किया गया. लेकिन जनता ने बीजेपी को जवाब दे दिया है."