तिरुवनंतपुरमः केरल में सोना तस्करी मामले के राजनीतिक तूल पकड़ने और मुख्यमंत्री कार्यालय को लेकर लगने वाले आरोपों के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि यह निर्णय पूरी तरह केंद्र पर है कि कौन सी जांच एजेंसी को मामले की जांच करनी चाहिए. मामले में विपक्ष की ओर से सीबीआई जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक राज्य सरकार का सवाल है तो उसे किसी भी जांच से परेशानी नहीं है.
उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले में हस्तक्षेप का प्रयास किया. विजयन ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे अपराध में लिप्त किसी भी व्यक्ति को नहीं बचाएगी. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस और भाजपा के हमलावर होने के चलते सोने की तस्करी के विवाद की पृष्ठभूमि में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर को उनके पदों से हटा दिया गया. शिवशंकर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के सचिव के साथ ही प्रमुख सचिव सूचना प्रौद्योगिकी का पदभार भी संभाल रहे थे.
विपक्ष का आरोप था कि यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जब्त किया गया तीस किलोग्राम सोना “राजनयिक सामान” के जरिये लाया गया था और इस संबंध में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की पूर्व कर्मचारी एक महिला की भूमिका की जांच की जानी चाहिए. सीमा शुल्क विभाग ने इस मामले के संबंध में सोमवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया था और उस महिला की तलाश की जा रही है जिसने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन स्पेस पार्क में संपर्क अधिकारी के तौर पर छह महीने तक काम किया था.
सरकारी सूत्रों के अनुसार महिला को दो दिन पहले नौकरी से निकाल दिया गया था. महिला के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में काम करने की खबर सामने आने के बाद विपक्षी दलों भाजपा और कांग्रेस दोनों ही मुख्यमंत्री के खिलाफ लामबंद हैं. विजयन ने यह भी कहा कि 'विवादित महिला' मुख्यमंत्री कार्यालय से नहीं जुड़ी थी.
इस बीच, सीमा शुल्क विभाग ने राजनयिक माध्यमों के इस्तेमाल से सोने की तस्करी के सनसनीखेज मामले में जांच तेज करते हुए मंगलवार को कहा कि वह केरल में वाणिज्य दूतावास की उस पूर्व महिला कर्मी के लिए लुकआउट नोटिस जारी करने की योजना बना रहा है, जो अभी फरार है. सीमा शुल्क विभाग में उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सोने की तस्करी में कथित रूप से शामिल महिला के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया जाना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह देश से भाग न सके.
सीमा शुल्क विभाग ने रविवार को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से एक ‘‘राजनयिक सामान’’ से 15 करोड़ रुपए से अधिक का सोना जब्त किया था. इसके संबंध में केंद्रीय एजेंसी ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. व्यक्ति का दावा है कि वह केरल में एक वाणिज्यदूतावास का पूर्व कर्मी है.
उधर, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पत्र लिखकर केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय में ‘‘तस्करी गिरोह के’’ कथित ’’प्रभाव’’ की सीबीआई जांच कराए जाने का अनुरोध किया है.
चेन्नीथला ने चार जुलाई को पत्र लिखा कि सीमा शुल्क प्राधिकारियों ने तिरुवनंतपुरम में ‘‘देश में अवैध रूप से लाया गया 30 करोड़ रुपए से अधिक’’ का सोना बरामद किया. जिस माल में से यह सोना बरामद किया गया, उस पर ‘‘यूएई वाणिज्य दूतावास’’ का पता लिखा था.
उन्होंने उन मीडिया रिपोर्टों का भी हवाला दिया, जिनमें दावा किया गया है कि महिला के, केरल के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव एम शिवशंकर के साथ निकट संबंध हैं. पूरे प्रकरण के बीच, दिल्ली स्थित यूएई दूतावास ने ट्वीट करके कहा कि यूएई के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि यूएई वाणिज्य दूतावास के नाम पर किसने यह माल भेजा जिसमें सोना था? दूतावास ने कहा कि अपराध की जड़ तक पहुंचने के लिए वह भारतीय अधिकारियों के साथ पूरी तरह सहयोग करने को प्रतिबद्ध हैं.
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