चीन से तनातनी के बीच बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर रहा भारत, रक्षा मंत्री ने अरूणाचल को असम से जोड़ने वाली सड़क का किया उद्घाटन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं ने इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश की नौ अन्य सड़कों का ई-उदघाटन किया. ये सभी सड़कें स्थानीय लोगों की आवाजाही में तो मदद करेंगीं, साथ ही इनकी वजह से सीमावर्ती इलाकों में सेना की मूवमेंट भी तेजी से हो सकती है.
नई दिल्ली: एलएसी पर चीन से चल रहे टकराव के बीच भारत अपने बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत कर रहा है. गुरुवार को रक्षी मंत्री राजनाथ सिंह ने अरूणाचल प्रदेश को असम से जोड़ने वाली रोड समेत 10 सड़कों का उदघाटन किया. इसके अलावा वर्चुअल माध्यम से रक्षा मंत्री ने सीमा से सटी सड़क का लद्दाख और एक जम्मू कश्मीर में भी उदघाटन किया.
असम दौरे पर हैं रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इन दिनों दो दिवसीय (17-18 जून) असम के दौरे पर हैं. अपने दौरे के पहले दिन रक्षा मंत्री ने असम के लखीमपुर जिले में 20 किलोमीटर लंबी किमिन-पोटिन सड़क का उदघाटन किया. ये सड़क असम को अरूणाचल प्रदेश से जोड़ती है. इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश की नौ अन्य सड़कों का ई-उदघाटन किया. ये सभी सड़कें स्थानीय लोगों की आवाजाही में तो मदद करेंगीं, साथ ही इनकी वजह से सीमावर्ती इलाकों में सेना की मूवमेंट भी तेजी से हो सकती है.
इस उदघाटन समारोह के दौरान रक्षा मंत्री के अलावा असम और अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों सहित चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और खेल राज्यमंत्री किरिन रिजिजू भी मौजूद थे.
रक्षा मंत्री ने की बीआरओ के काम की तारीफ
उदघाटन के दौरान बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में सड़क और दूसरा इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाईजेशन यानि बीआरओ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कोविड महामारी के दौरान भी बीआरओ ने अपना काम जारी रखा है, जो काबिले-तारीफ है. रक्षा मंत्री ने कहा कि जिन 12 सड़कों का उदघाटन किया गया है वे सभी आर्थिक-सामाजिक उत्थान में तो मदद करेंगी साथ ही सामरिक महत्व भी रखती हैं, जिनसे नेशनल सिक्योरिटी मजबूत होगी. रक्षा मंत्री के मुताबिक, इन सड़कों के माध्यम से सेना का मूवमेंट तेज होगी तो सीमावर्ती इलाकों में दवाई और राशन भी तेजी से भेजा सकेगा.