वाराणसीः लोकसभा चुनाव 2019 से पहले विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण को लेकर मामला पूरी तरह से गरमा गया है. हिंदू संगठनों और महंथों का कहना है कि जल्द से जल्द इस जगह पर रामलला के मंदिर का निर्माण किया जाए. इसी क्रम में योग गुरू बाबा रामदेव ने भी राम मंदिर निर्माण को लेकर अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर राम मंदिर का निर्माण नहीं होता है तो सांप्रदायिक माहौल गर्म होगा और आपसी भेदभाव भी बढ़ेंगे.

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, "अगर राम मंदिर नहीं बना तो देश में सांप्रदायिक माहौल गरमाएगा, सांप्रदायिक और आपसी भेदभाव बढ़ेगा. रामदेव ने कहा, ''मंदिर के लिए समझौते का दौर निकल चुका है.'' उन्होंने कहा, ''संसद मे कानून लाओ और मंदिर बनाओ अभी नहीं तो कभी नहीं की तर्ज पर काम करना होगा.'' इस दौरान उन्होंने कहा, ''यहां सभी सुरक्षित हैं.''

लोगों की सुरक्षा को लेकर बाबा रामदेव ने इकबाल अंसारी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. अंसारी ने हिंसा और आगजनी का खतरा जताया था. बता दें कि अंसारी का बयान तब आया है जब अगले हफ्ते शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या के दौरे पर पहुंचेंगे.

क्या कहा था इकबाल अंसारी ने
अंसारी ने कहा था, ''डर हमें इस बात का है कि अगर अयोध्या में भीड़ बढ़ती है तो हम लोगों का नुकसान होने से कोई नहीं रोक सकता. भीड़ नियंत्रण से बाहर रहती है और नेताओं का नियंत्रण नहीं रहता अगर कोई नुकसान होगा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?''

इकबाल अंसारी ने कहा था, ''हम तो खुद घबराए हुए हैं कि अयोध्या में भीड़ बढ़ेगी तो क्या होगा, हम करेंगे क्या यहां अकेले? यह वही लोग हैं जिन्होंने 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद गिरा दी थी.''

अंसारी ने कहा था, ''एक बार फिर अयोध्या उसी घटना की तर्ज पर आगे बढ़ती दिख रही है, जिससे अयोध्या में रहने वाले चंद मुसलमान परिवारों को और मुझ को खतरा महसूस हो रहा है. अगर हमारी सुरक्षा व्यवस्था नहीं बढ़ाई गई तो हम घर पलायन करने को मजबूर होंगे.''

बता दें कि विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना आए दिन केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते रहती है. कभी पार्टी के नेता तो कभी सामना में लिखे लेख के जरिए मोदी सरकार को घेरनी की कोशिश होती रहती है.

उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे से पहले रामजन्मभूमि विवाद में पक्षकार इकबाल अंसारी ने जताया खतरा