कोलकाता: 2024 के लोकसभा चुनाव के दौर में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की पार्टी ने पश्चिम बंगाल के अलावा देशभर में 21 जुलाई को वर्चुअल रैली करने का फैसला लिया है. साथ ही 2024 के अभियान की टैगलाइन ‘देश जादेर चाईछे’ (जिसे देश चाहता है) के साथ राष्ट्रीय राजनीति के क्षेत्रों में कदम रखने की तैयारी हो रही है.


दरअसल, 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हत्या को याद करते हुए हर साल टीएमसी कोलकाता से धर्माताल तक पैदल मार्च निकालती थी. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते ये रैली वर्चुअल होगी. इस बार राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इरादा बंगाल के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी बड़े स्क्रीन जनता को संबोधित करने का है. 21 जुलाई के कार्यक्रम के 48 घंटे पहले टीएमसी ने आने वाले लोकसभा चुनाव के लिये अपना टैगलाइन ‘जादेर देश चाईछे’ का भी उद्घाटन किया. इस दिन गुजरात से लेकर उत्तर प्रदेश और मणिपुर तक हर राज्य में ममता बनर्जी का आवाज सुनाई देगी.


टीएमसी के मंत्री और वरिष्ठ नेता सोवन देव चट्टोपाध्याय ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "इस बार पूरे भारत मे आवाज़ और आह्वान सुनाई देगी. आवाज़ सुनने को मिलेगी बंगाल के साथ साथ त्रिपुरा, मणिपुर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और बाकी राज्यों में. हम ने सीपीएम जैसे शक्तिशाली ताकत को हराने में सफलता हासिल की है. हमारी आवाज़ दिल्ली की ताकत को हराने में और ज़ोरदार होगी. ममता बनर्जी बहुत वक़्त से राजनीति कर रही हैं. अंत में सफलता हमारी ही होगी. "पाड़ा पाड़ा से लेकर, वार्ड वार्ड से लेकर बंगाल के हर कोने में आवाज सुनाई देगी."


21 जुलाई, 1993 - एक ऐसा दिन है जिसे ममता बनर्जी के राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर था. इस दिन ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में एक विरोध मार्च में भाग लेने के दौरान 13 युवा कांग्रेस कर्मियों की पुलिस द्वारा गोलीबारी में मौत हो गई. 1980 के दशक से प्रसिद्धि और प्रमुखता की ओर बढ़ते हुए इस घटना ने ममता को भारी सार्वजनिक सहानुभूति भी दी.


तब से लैकर अब तक तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाती हैं और उन लोगों की याद में एस्प्लेनेड से राइटर्स बिल्डिंग तक शहीद दिवस रैली का आयोजन किया जाता है. हालांकि कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल ये रैली वर्चुअली ही करनी पड़ी थी. इस साल भी कुछ ऐसा ही होने वाला है.


जो बात इस साल टीएमसी के लिए और भी खास बनाती है यह है कि ममता बनर्जी की नजर लंबे समय से नई दिल्ली पर है. बंगाल के राज्य चुनावों में उनकी भारी जीत के बाद अब उनका अगला उद्देश्य राष्ट्रीय राजनीति है.


2024 के लिए अपने अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, टीएमसी अपने आधिकारिक मुखपत्र "जागो बांग्ला" को एक बंगाली दैनिक के रूप में बदलने और बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में चुनावों में भाग लेने के लिए भी तैयार है.


जैसा कि सोवन देव चट्टोपाध्याय ने उल्लेख किया, "देश के लोकतांत्रिक ढांचे से लेकर उसकी आर्थिक स्थिति तक, देश के हर क्षेत्र पर दिल्ली प्रशासन द्वारा हमला किया जा रहा है. पूरे देश को इसके खिलाफ लड़ना होगा. यही संदेश हम देना चाहते हैं."


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