आतंकी हमलों की साजिश और यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर चर्चगेट से विरार तक लगा इंटिग्रेटेड सिस्टम, संदिग्धों की चुटकियों में होगी पहचान
इन कैमरे की ख़ासियत ऐसी होगी की जैसे ही इस कैमरे के सामने से कोई भी संदिग्ध गुजरेगा एजेंसी के कंट्रोल रूम में अलार्म बजेगा, इसके बाद उसे तुरंत ही पकड़ लिया जाएगा.
नई दिल्ली: दिल्ली स्पेशल सेल और महाराष्ट्र एटीएस ने हाल के दिनो में कुछ ऐसे संदिग्ध आतंकियों को गिरफ़्तार किया है जो लोग भारत के अलग अलग इलाक़ों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फ़िराक़ में थे. इसी जाँच के दौरान एजेंसियों को पता चला की इनके निशाने पर मुंबई की लोकल ट्रेन भी थी. इसी प्रकार के ख़तरों को ध्यान में रखते हुए अब रेलवे अब और भी सतर्क हो गई है और अपने फ़िलहाल के सुरक्षा यंत्रणा को और भी अपग्रेड कर रही है.
वेस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में हर एक बात बताई की कैसे रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को और भी बढ़ने के काम कर रही है.
ठाकुर ने बताया की वेस्टर्न रेलवे ने चर्चगेट से लेकर विरार तक इंटीग्रेटेड सिस्टम लगा रही है इस सिस्टम के तहत 2700 ख़ास सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है. ये कैमरे पहले से लगे कैमरे की तुलना में और भी साफ़ साफ़ विडीओ रिकोर्ड करेंगे. इन्ही 2700 कैमरे में से 450 सीसीटीवी कैमरे रेलवे स्टेशन के एंट्री और एक्ज़िट पॉइंट्स पर लगाये जा रहे है.
ठाकुर ने बताया की ये वो कैमरे होंगे जिससे हम फेस रेकग्नाइज करे सकेंगे. इन कैमरे की ख़ासियत ऐसी होगी की जैसे ही इस कैमरे के सामने से कोई भी संदिग्ध गुजरेगा एजेंसी के कंट्रोल रूम में अलार्म बजेगा, इसके बाद उसे तुरंत ही पकड़ लिया जाएगा.
ठाकुर ने बताया की हमने ईडी, सीबीआई , आईबी, आरएडबल्यू और लोकल पुलिस से संपर्क कर उनके आरोपियों की लिस्ट में जो भी संदिग्ध आरोपी हैं उनके डेटा बेस माँगे हैं ताकि उसे हम अपने सिस्टम में डाल सके और जिसने उन संदिग्धों के चेहरे, आँखों से जुड़ी जानकारी होगी ऐसे में अगर वो मास्क भी पहनकर चलेगा तो हमारे कैमेरा का उसे पहचानने में आसानी होगी.