Descendant Of Mughal Rulers: कैसी है मुगल शासकों के वंशजों की जिंदगी? हो रही है ये चर्चा
Mughal Rulers Descendant: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के हाल के एक बयान के बाद मुगल शासकों के मौजूदा वंशजों के बारे में चर्चा होने लगी है. कोलकाता की एक झुग्गी में बहादुर शाह जफर की पौत्रवधु रहती हैं.
Descendant Of Mughal Rulers Condition: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाल में दिए गए एक बयान को लेकर मुगल शासकों के वंशजों की वर्तमान स्थिति को लेकर चर्चा एक बार फिर से होने लगी है. मुख्यमंत्री योगी ने 25 जून को यूपी के गौतमबुद्ध नगर के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित 'सांस्कृतिक योद्धा पुरस्कार 2023' के कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान कहा, ''मुगल इस देश पर तब तक आराम से शासन करते रहे जब तक उन्होंने मंदिरों पर हमले नहीं किए.''
इसी के साथ उन्होंने उल्लेख किया, ''मैंने सुना है कि औरंगजेब के वर्तमान पूर्वज कोलकाता में रिक्शा चलाने का काम कर रहे हैं.'' मुगल शासकों के वंशज कहां हैं और क्या करते हैं, आइये जानते हैं.
बहादुर शाह जफर की पौत्रबधु की स्थिति
भारत के आखिरी मुगल शासक बहादुर शाह जफर के वंशजों की स्थिति को लेकर अक्सर चर्चा होती है. अलजरीरा की दिसंबर 2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बहादुर शाह जफर की पौत्रबधु सुल्ताना बेगम कोलकाता के बाहरी इलाके की एक झुग्गी बस्ती दो कमरों के घर में गुजर-बसर करती हैं और अल्प पेंशन पर निर्भर करती हैं.
उनकी शादी मिर्जा मोहम्मद बेदार बख्त से हुई थी जो बहादुर शाह जफर के परपोते थे. मोहम्मद बेदार बख्त का 1980 में निधन हो गया था. जिसके बाद उनकी पत्नी सुल्ताना बेगम को संघर्ष भरा जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ा.
लाल किले के मालिकाना हक के लिए दायर की थी याचिका
रिपोर्ट के मुताबिक, सुल्ताना बेगम ने उनकी शाही स्थिति को मान्यता देने और लाल किला उन्हें लौटाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी. तब सुल्ताना बेगम ने कहा था कि क्या कोई कल्पना कर सकता है कि जिन सम्राटों ने ताज महल बनवाया, उनके वंशज बेहद गरीबी में जी रहे हैं.
सुल्ताना बेगम को मिलती है इतनी पेंशन
रिपोर्ट के मुताबिक, सुल्ताना बेगम जब महज 14 वर्ष की थीं तब 1965 में उनसे 32 साल बड़े मोहम्मद बेदार बख्त से उनकी शादी हुई थी. बेगम अपने एक पोते के साथ छोटी सी झोपड़ी में रहती हैं, पड़ोसियों के साथ किचन शेयर करती हैं और सड़के पास एक सामुदायिक नल पर कपड़े धोती हैं. कुछ वर्षों तक उन्होंने चाय की दुकान चलाई लेकिन सड़क के चौड़ीकरण में दुकान चली गई. फिलहाल उन्हें हर महीने लगभग 6,000 रुपये पेंशन मिलती है.
एक पोती को मिली नौकरी, बाकी लोगों को इसलिए नहीं मिल पाई जॉब
डेलीमेल की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, हावड़ा में झुग्गी में रहने वाली सुल्ताना बेगम पांच बेटियों और एक बेटे की मां हैं. डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने उनकी पोती रोशन आरा को करीब 15 हजार रुपये प्रति माह की एक नौकरी प्रदान की थी लेकिन परिवार के अन्य सदस्यों ने स्कूल की पढ़ाई नहीं थी और नौकरी की पेशकश किए जाने पर वे बुनियादी सरकारी परीक्षाओं में फेल हो गए थे. उस रिपोर्ट के मुताबिक, सुल्ताना बेगम ने चाय की दुकान चलाने के अलावा सलवार-सूट बेचकर भी गुजारा किया.