साल 2020 अब समाप्ति की ओर है. इस जाते हुए साल कोविड-19 महामारी और वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिला देने के लिए हमेशा इतिहास में याद रखा जाएगा. अब इस साल के समाप्त होने में महज कुछ दिन और शेष रह गए हैं और लोग नए साल में वैक्सीन आने के साथ कई चीजों को लेकर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं. आइये जानते हैं वो कब-कब कौन से मौके आए जब पीएम मोदी ने देश के सामने आकर लोगों को संबोधित किया और उनका संबोधन कितनी देर का रहा:
1-मार्च 19
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह संबोधन उस वक्त हुआ जब दुनिया में कोरोना महामारी पूरी तरह से पैर फैला चुकी थी और भारत में भी यह तेजी के साथ फैल रही थी. पीएम मोदी ने 19 मार्च को 28 मिनट 54 सेकेंड तक लोगों को संबोधित करते हुए लोगों से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने और भविष्य में लॉकडाउन के लिए तैयार रहने के संकेत दिए थे. एक दिन के जनता कर्फ्यू में आम नागरिकों से सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घर के अंदर ही रहने को पीएम मोदी की तरफ से कहा गया था. इसके साथ ही, लोगों से सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने अपील की गई थी.
2-24 मार्च
पीएम मोदी ने कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए 24 मार्च को ही पहली बार तीन हफ्ते (21 दिन) के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए इस अप्रत्याशित फैसले का ऐलान किया था. उनका यह संबोधन 29 मिनट का था. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा था कि केन्द्र और राज्य सरकारें देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 15 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है.
3-अप्रैल 3
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 3 अप्रैल को ट्विटर पर सुबह 9 बजे वीडियो के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए सभी लोगों से 5 अप्रैल को अपने घरों में रात 9 बजे 10 मिनट तक दिये जलाने की अपील की थी. ताकि, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे फ्रंट लाइन वॉरियर को प्रति एकजुटता दिखाई जा सके. उनका यह वीडियो संबोधन 11 मिनट 34 सेकेंड का था.
4- अप्रैल 14
लॉकडाउन 1.0 के आखिरी दिन 14 अप्रैल को पीएम मोदी ने 21 मिनट 29 सेकेंड तक राष्ट्र को सुबह 10 बजे संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन को और 19 दिनों के लिए बढ़ाते हुए 3 मई तक लॉकडाउन 2.0 का ऐलान किया ताकि कोरोना महामारी के प्रसार की रोकथाम की जा सके.
5-मई 12
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर से 12 मई को 34 मिनट 5 सेकेंड तक राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया कि लॉकडाउन 17 मई के बाद भी जारी रहेगा, लेकिन लॉकडाउन-4 अलग होगा. उन्होंने कहा- राज्यों की तरफ से सुझाव के आधार पर लॉकडाउन 4.0 को आप सभी के सामने 18 मई के पहले दे दिया जाएगा. हमें कोरोना से लड़ेंगे और हम आगे बढ़ेंगे. पीएम मोदी ने कोविड-19 के चलते पैदा हुए आर्थिक संकट का सामना करने के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था. उन्होंने लोगों से ‘लोकल के लिए वोकल’ होने की अपील की.
6-जून 30
पीएम मोदी ने 30 जून को 16 मिनट के अपने संबोधन में भारत में कोरोना वायरस की स्थिति की दुनियाभर के अन्य देशों से तुलना की और कहा कि कोरोना महामारी से लड़ाई में बाकी देशों के मुकाबले भारत की स्थिति कहीं ज्यादा बेहतर है. उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के महत्व के बारे में बताया और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह की ढिलाई ना करने को लेकर आगाह भी किया. पीएम मोदी ने कहा- समय पर फैसले और उपाय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हालांकि, हमने जो एहतियाती तौर पर कदम उठाए हैं उसे आगे भी जारी रखने की जरूरत है. इसके साथ ही, पीएम मोदी ने 80 करोड़ से ज्यादा गरीब लोगों के मुफ्त राशन के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को आगे बढ़ाने का भी ऐलान किया. क्योंकि, यह योजना 30 नवंबर को ही खत्म हो रही थी.
7- अक्टूबर 20
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 अक्टूबर को राष्ट्र के लोगों को संबोधित करते हुए यह आश्वस्त किया कि केन्द्र कोविड-19 वैक्सीन की सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह के प्रयास कर रहा है. जब भी यह लाउंच होगी तो हर भारतीय तक पहुंचेगी. उन्होंने शाम 6 बजे अपने भाषण में लोगों से कड़ाई के साथ गाइडलाइन्स का पालन करने को कहा. उन्होंने लोगों को चेताते हुए कहा कि वे सावधान रहें क्योंकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है भले ही लॉकडाउन खत्म हो गया हो.
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