नई दिल्ली: सावधाान! अगर आपके पास मंहगी गाड़ी है तो इस गाड़ी पर चोरों की नजर हैं. वाहन चोरों के लिए दिल्ली स्वर्ग है. चोर आपकी लापरवाही और बेफ्रिकी का फायदा उठाने में एक पल भी नहीं गवाएंगे. ये चोर पलक झपकते ही आपकी मंहगी गाड़ी को लेकर गायब हो जाएंगे. इसके बाद आप सिर्फ पुलिस स्टेशन के चक्कर ही लगाते रहेंगे. दिल्ली में वाहन चोरी की घटनाएं थमने के वजाए बढ़ी हैं. एक तरह से वाहन चोरी करने वाले चोर दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बन गए हैं.


वाहन चोरी की घटनाओं में खुलासा करने की दिक्कत आने की वजह से पुलिस वाहन चोरी की घटनाओं को दर्ज करने से बचती है और टालने की कोशिश करती है. चोरों के निशाने पर नई और मंहगी गाड़ियां होती हैं जिन्हें ये चुरा कर उत्तर प्रदेश, बिहार और नार्थ ईस्ट के राज्यों में बेच देते हैं.


औने-पौने दामों में बेच देते हैं चोरी की गाड़ियां


इसके अलावा चोर नई गाड़ियों को कबाड़ी के यहां औने-पौने दामों में बेच देते हैं. कबाड़ वाले इन गाड़ियों से मंहगे कलपुर्जे और टायर आदि निकाल कर खुले बाजार में बेचते हैं. दिल्ली के नजदीकी जिलों में चोरी के पार्ट्स का बड़ा बाजार है जहां मंहगी से मंहगी गाड़ी का भी पार्ट आसानी से मिल जाता है.


दिल्ली वाहन चोरों को आकर्षित करती है. यही वजह है कि यहां दूसरे राज्यों के चोर भी वाहन चुराने आते हैं और स्थानीय कनेक्शन के माध्यम से माल खपा कर निकल जाते हैं. इन चोरों के बारे में पुलिस को जानकारी भी नहीं मिलती है.


सफेदपोश लोगों का मिलता है संरक्षण


सूत्रों की मानें तो चोरी के धंधे में चोरों को कुछ सफेदपोश लोगों का भी सरंक्षण प्राप्त है जो फंस जाने पर इनकी मदद करते हैं. आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में इस साल यानि अक्टूबर 2019 तक 39065 वाहन चोरी हुए है. जबकि साल 2018 में 38694 वाहन चोरी हुए थे. पुलिस का दावा है कि उसने पिछले दस महीनों में वाहन चोरी करने वाले पांच हजार से अधिक चोरों को पकड़कर जेल भेजा है.


जानकार मानते हैं कि थोड़ी सी सावधानी बरतने से गाड़ी को चोरी होने से बचाया जा सकता है. वाहनों को खड़ा करते समय उसमें लॉक आदि ढंग से लगा दें. बाजार में आजकल आधुनिक सेफ्टी लॉक उपलब्ध हैं. इनका प्रयोग करके भी गाड़ी को चोरों बचा सकते हैं. इसके अलावा गाड़ी को सुनसान जगहों पर पार्क न करें.


कोशिश करें कि गाड़ी सीसीटीवी कैमरे की नजर में पार्क की जाए. आर्लम और जीपीएस की मदद से भी गाड़ी को सुरक्षित किया जा सकता है. इसके अलावा संदिग्धों पर नजर रखें,शक होने पर पुलिस को जानकारी दें.


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