लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और उत्तरप्रदेश विधानसभा में बीएसपी विधायक दल के पूर्व नेता लालजी वर्मा के रविवार को समाजवादी पार्टी (एसपी) में शामिल होने के घंटे भर के भीतर ही त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए बीएसपी प्रमुख मायावती ने दावा किया कि उनकी पार्टी से निष्कासित किये गये लोगों को शामिल करले से एसपी का जनाधार नहीं बढ़ेगा.


उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को ट्वीट किया 'बीएसपी व अन्य विरोधी पार्टियों के भी निष्कासित किए गए लोगों को एसपी में शामिल किये जाने से इस पार्टी का कुनबा व जनाधार आदि बढ़ने वाला नहीं है. बल्कि इससे यह और भी घटता व कमजोर होता चला जाएगा.'


पार्टी को पहुंचाएंगे नुकसान- मायावती


मायावती ने कहा, ' एसपी को यह मालूम होना चाहिये कि ऐसे स्वार्थी व दलबदलू किस्म के लोगों को लेने से, इनकी खुद की अपनी पार्टी में टिकटार्थी लोग अब बहुत गुस्से में हैं, जो अधिकांश बीएसपी (बीएसपी) के सम्पर्क में हैं. वैसे भी वे चुनाव में अन्दर-अन्दर इस पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाने वाले हैं.'


सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा कि बीएसपी के लोग दूसरी पार्टियों के विधायकों व अन्य लोगों के टिकट कटने पर उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दिलवाने से ज़रूर परहेज़ करें. साथ ही उनके स्थान पर अपनी पार्टी के लोगों को ही टिकट देने पर ज्यादा जोर दें.


अखिलेश यादव की मौजूदगी में ग्रहण की नेताओं ने सदस्यता


गौरतलब है कि बीएसपी के पूर्व नेता राम अचल राजभर और लालजी वर्मा ने रविवार को अंबेडकर नगर में आयोजित ‘जनादेश महारैली’ में एसपी प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में एसपी की सदस्यता ग्रहण की.


उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के बाद मायावती ने दोनों नेताओं पर भितरघात का आरोप लगाते हुए दल से बाहर कर दिया था.


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