Income Tax Budget: 'गोली के घाव पर मरहम पट्टी', राहुल गांधी ने साधा बजट 2025 पर निशाना
Income Tax Budget: संसद में वित्त मंत्री की ओर से बजट पेश किया गया, लेकिन कांग्रेस ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि देश महंगाई-बेरोजगारी से जूझ रहा है, पर मोदी सरकार झूठी तारीफ बटोरने पर उतारू है.

Income Tax Budget: संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में शनिवार (1 फरवरी, 2025) को बजट पेश किया. बजट में कई बड़ी घोषणाएं की गईं. टैक्स पेयर्स को भी बड़ी राहत दी गई, लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बजट की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में बजट पेश कर के गोली के घाव पर मरहम पट्टी की है.
राहुल गांधी ने कहा है कि ये बजट गोली के घाव के लिए मरहम पट्टी है. एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि देश की सरकार को वैश्विक अनिश्चितता के बीच, हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए प्रतिमान बदलाव की आवश्यकता थी, लेकिन यह सरकार विचारों के मामले में दिवालिया हो चुकी है.
A band-aid for bullet wounds!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2025
Amid global uncertainty, solving our economic crisis demanded a paradigm shift.
But this government is bankrupt of ideas.
मल्लिकार्जुन खरगे ने मुहावरा देकर की बजट की आलोचना
बजट 2025 को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है - नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली! कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि देश आज बेरोजगारी और महंगाई झेल रहा है, लेकिन मोदी सरकार झूठी तारीफ तारीफ बटोरने में लगी हुई है. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि बीते 10 सालों में मोदी सरकार ने मध्यम वर्गीय परिवारों से करोड़ों रुपयों का इनकम टैक्स वसूला है और अब वह 12 लाख की छूट दे रहे हैं.
एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है - नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 1, 2025
पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने Middle Class से ₹54.18 लाख करोड़ का Income Tax वसूला है, और अब वह 12 लाख तक का जो exemption दे रहें हैं, उसके हिसाब से वित्त मंत्री खुद कह रहीं हैं कि साल में… pic.twitter.com/ONgQElyCB0
'मेक इन इंडिया बना नेशनल मैन्युफैक्चरिंग मशीन'
मल्लिकार्जुन ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद ये कह रही हैं कि साल भर में लोगों को 80 हजार रुपयों की बचत होगी. इसका मतलब है कि हर महीने मात्र 6666 रुपयों की बचत होगी. वह बोले कि इस घोषणावीर बजट में अपनी खामियां छिपाने के लिए मेक इन इंडिया को नेशनल मैन्युफैक्चरिंग मशीन बना दिया गया है.
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