(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
धीरज साहू के ठिकानों पर मिले 350 करोड़ कैश को लेकर आयकर विभाग का पहला बयान, क्या कुछ कहा?
Dhiraj Sahu Raid: आयकर विभाग ने कहा कि ऑपरेशन में तीन राज्यों के 30 से ज्यादा परिसरों को कवर किया गया. साढ़े तीन सौ करोड़ से ज्यादा की अघोषित नकदी और 2.80 करोड़ से ज्यादा के आभूषण जब्त हुए हैं
IT Raid On Dhiraj Sahu: इनकम टैक्स विभाग (IT) ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के आवास पर की गई छापेमारी को लेकर गुरुवार (21 दिसंबर) को पहली बार बयान दिया. आईटी ने बताया कि रेड में 351 करोड़ रुपये से ज्यादा अघोषित नकदी बरामद की गई है.
आयकर विभाग ने बताया कि 351 करोड़ रुपये के अलावा 2.80 करोड़ रुपये से ज्यादा के आभूषण भी जब्त किए हैं. दरअसल, आईटी ने धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाली ओडिशा की शराब कंपनी के खिलाफ रांची में उनके आवास में छापेमारी की थी.
329 करोड़ रुपये की नकदी का एक बड़ा हिस्सा बोलांगीर जिले के सुदापाड़ा और टिटलागढ़ और संभलपुर जिले के खेतराजपुर समेत ओडिशा के छोटे शहरों में जीर्ण-शीर्ण इमारतों के छिपे हुए कमरों आदि में रखा गया था.
तीन राज्यों में 30 से ज्यादा परिसरों में चला आईटी का ऑपरेशन
आईटी के ऑपरेशन में ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में फैले 30 से ज्यादा परिसरों को कवर किया गया. समूह का व्यवसाय रांची स्थित एक परिवार की ओर से नियंत्रित किया जाता है. सर्च ऑपरेशन के दौरान दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य पाए गए और जब्त किए गए.
जब्त किए गए सबूतों के शुरुआती विश्लेषण से देशी शराब की बेहिसाब बिक्री के रिकॉर्ड, अघोषित नकदी प्राप्तियों की डिटेल और बेहिसाब नकदी की आवाजाही के संदर्भ का पता चलता है.
समूह की व्यावसायिक गतिविधियों को देखने वाले मुख्य कर्मचारियों ने स्वीकार किया है कि तलाशी अभियान के दौरान जब्त की गई नकदी समूह की बेहिसाब आय का प्रतिनिधित्व करती है. इसकी पुष्टि परिवार के एक सदस्य ने भी की, जो व्यवसाय में सक्रिय रूप से शामिल है. सर्च ऑपरेशन के दौरान सामने आए तथ्य इस ओर इशारा कर रहे हैं कि यह समूह शराब कारोबार से अर्जित आय को बड़े पैमाने पर छिपाने में लगा हुआ है.
कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद ने क्या कहा?
आयकर विभाग के छापों और करोड़ों रुपये की बरामदगी पर कांग्रेस सांसद धीरज साहू ने पहले कहा था कि पैसा उनकी फर्मों से संंबंधित है. उन्होंने कहा था, ''...आज जो हो रहा है वह मुझे दुखी करता है. मैं स्वीकार कर सकता हूं कि बरामद किया गया पैसा मेरी फर्म का है... जो नकदी बरामद की गई है वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है, यह शराब की बिक्री से हुई कमाई है... इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है.''
उन्होंने कहा था, ''सारा पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है... आईटी ने अभी छापा मारा है, मैं हर चीज का हिसाब दूंगा..."