नई दिल्ली: कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में राज्य के ऊर्जा मंत्री डी के शिवकुमार के घर भी छापा पड़ा है. बता दें डी के शिवकुमार ही कांग्रेस के 42 विधायकों के ठहरने का इंतजाम देख रहे हैं. छापे आज सुबह 7 बजे से शुरू हुए हैं. बताया जा रहा है कि डी के शिवकुमार के खिलाफ एक जांच चल रही है, जिसमें मार्च में उन्हें समन किया था. कांग्रेस के एमएलसी गोविंद राजू के यहां छापेमारी के दौरान एक डायरी मिली थी. इस डायरी में शिवकुमार समेत कई कांग्रेस के नाम थे.
आरोप था कि कांग्रेस के बड़े लोगों को घूस की रकम दी जा रही है. शिवकुमार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनके जवाब से आयकर विभाग संतुष्ट नहीं था. इसलिए आयकर विभाग ने उनके खिलाफ पहले जांच की और उसी मामले में छापेमारी की.
आयकर सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी सिर्फ डी के शिवकुमार के घर पर की गई है. इस छापेमारी का गुजरात के 42 कांग्रेस विधायकों से कोई लेना देना नहीं है और न ही रिसॉर्ट में छापेमारी की गई है.
राज्यसभा में हंगामा
इस मामले पर आज कांग्रेस ने राज्यसभा में हंगामा किया. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने बीजेपी पर छापेमारी कराने का आरोप लगाया है. इस मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि छापा सिर्फ एक मंत्री के घर मारा गया है. कांग्रेस विधायकों के रिसॉर्ट पर छापेमारी नहीं की गई है.
पहले खबर थी की आयकर ने उस रिसॉर्ट में भी छापेमारी की है जहां कांग्रेस के 42 विधायक ठहरे हुए हैं, लेकिन आयकर ने इससे इनकार कर दिया है. बता दें कि आठ अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस के विधायकों को टूट से बचाने के लिए 42 विधायकों को अब भी बेंगलुरू के रिसॉर्ट में रखा गया हैं. इन विधायकों को आज कर्नाटक विधानसभा भी ले जाया जा सकता है जहां ये विधायक गांधी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देंगे.
छापेमारी के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''इनकम टैक्स की छापे मारी से कांग्रेस नहीं डरने वाली है. बीजेपी राज्यसभा की सीट के लिए ये साजिश रच रही है.'' उन्होंने कहा, ''बीजेपी लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रही है.'' सुरजेवाला ने कहा है कि अहमद पटेल को राज्यसभा जाने से कोई नहीं रोक सकता. उनकी जीत पक्की है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने छापेमारी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘’बीजेपी आयकर विभाग, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्ष को परेशान कर रही है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है और मैं इसकी निंदा करता हूं.’’
गुजरात कांग्रेस के 6 विधायकों ने दिया है इस्तीफा
बता दें कि गुजरात कांग्रेस के 57 विधायकों में से 6 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में बाकी बचे विधायकों को पार्टी छोड़ने से रोकने के लिए कांग्रेस ने अपने 42 विधायकों को बेंगलूरु के एक रिसॉर्ट भेज दिया है. विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस को चिंता सता रही है कि गुजरात के बड़े कांग्रेसी नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल को किस तरह एक बार फिर राज्यसभा भेजा जाए.
और भी कई विधायक टूट सकते हैं ?
कांग्रेस के पास अब भी 51 विधायक हैं, लेकिन कांग्रेस को ही भरोसा नहीं है कि इन 51 में से कितने विधायक उसके साथ हैं. कांग्रेस के भरत सिंह सोलंकी तो कह रहे हैं कि सिर्फ 44 विधायक उनके साथ हैं. सोलंकी के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस के और भी कई विधायक पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं.