Raid at Pushpraj Jain: समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य और पेशे से इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन 'पम्पी' के यहां चल रही आयकर विभाग की छापेमारी मंगलवार सुबह खत्म हो गई है. 31 जनवरी को शुरू हुई यह कार्रवाई पांच दिन तक चली. इस दौरान आयकर विभाग की टीम को नकदी के अलावा करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. छापे की कार्रवाई भले ही समाप्त हो गई हो, लेकिन बरामद दस्तावेज की जांच चलती रहेगी.
मूल रूप से कन्नौज के रहने वाले पुष्पराज जैन के कन्नौज ही नहीं बल्कि कानपुर, मुम्बई, दिल्ली समेत अन्य शहरों में आवासीय और व्यावसायिक परिसरों में बीते शुक्रवार की सुबह आयकर की छापेमारी शुरू हुई थी. मामला सपा नेता से जुड़ा होने के चलते कार्रवाई राजनीतिक दबाव के चलते किए जाने के आरोप लगने लगे. सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से वार-पलटवार होने लगे.
उधर इस सबसे बेखबर आयकर अफसर अपनी कार्रवाई जारी रखे रहे. पांच दिन तक पम्पी जैन से आयकर की टीम पूछताछ करती रही. उनके अन्य ठिकानों से मिली सूचनाओं के आधार पर उनसे सवाल-जवाब का लंबा सिलसिला चला.
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पम्पी जैन का ज्यादातर कारोबार मुम्बई में है. उनके परिवार के लोग मुम्बई में रहते भी हैं. सोमवार की सुबह पम्पी जैन को कन्नौज से कानपुर लाया गया. यहां उनके भाई अतुल जैन और बहनोई अनूप जैन के घर भी ले गई, जहां घंटों तक पम्पी की मौजूदगी में जांच-पड़ताल चली. मंगलवार की सुबह आयकर विभाग की छापेमारी की कार्रवाई समाप्त हो गई.
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आयकर विभाग के मुताबिक छापेमारी में मुंबई स्थित उनके आवास से दो करोड़ रुपये और कन्नौज से एक करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया है. इसके अलावा कुल एक करोड़ रुपये मूल्य की ज्वेलरी बरामद हुई है. 11 करोड़ की फर्जी बिलिंग भी मिली है और 10 करोड़ का निवेश बोगस कम्पनियों में किए जाने संबंधी दस्तावेज मिले हैं.
पम्पी का साला अतुल गोयल एनआरआई है और दुबई में रहता है. वहां कुछ सम्पत्तियों की जानकारी मिली है लेकिन अभी पम्पी का पैसा उसमें लगे होने संबंधी बात पुख्ता नहीं है. छापे के दौरान जो भी कागजात मिले हैं, उनसे आगे की जांच जारी रहेगी.
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